भोपाल। सरकारी स्कूलों में प्राइमरी School Big Breaking : कक्षा में पढ़ने वाले बच्चों के लिए एक बड़ी खबर है। अब ये बच्चे और अधिक इंटेलीजेंट बनेंगे। प्रदेश सरकार द्वारा शिक्षा का स्तर सुधारने के उद्देश्य से एक नई शिक्षा व्यवस्था लागू की जा रही है। इसक लिए तैयारी पूरी हो चुकी है। जिसके बाद कक्षा पहली से पांचवी तक के विद्यार्थियों अब नए तरीके से पढ़ाई करेंगे।
दरअसल निपुण भारत अभियान के तहत मिशन अंकुर मुहिम के अतंर्गत नए तरीकों से बच्चों को पढ़ाया जाएगा। इसके लेकर तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। इसके लिए शिक्षकों को भी ट्रेंड किया जाएगा। आपको बता दें नई शिक्षा नीति में इसे शामिल करने के बाद प्रदेश के 90 हजार प्राइमरी स्कूलों में इसे लागू किया जाएगा।
ज्यादा इंटेलीजेंट होंगे बच्चे
राज्य शिक्षा केन्द्र से जो जानकारी प्राप्त हुई है उसके अनुसार प्रदेश के सभी सरकारी प्राइमरी स्कूलों में नई शिक्षा व्यवस्था लागू की जाएगी। जिसका लाभ प्रदेश के सरकारी प्राइमरी स्कूलों को मिलेगा। जिसमें करीब 90 हजार स्कूल शामिल हैं। नई व्यवस्था लागू होने के बाद अब इन स्कूलों के कक्षा पहली से पांचवी तक के बच्चे ज्यादा इंटेलीजेंट होंगे। इतना ही नहीं उनकी स्मरण शक्ति भी बढ़ेगी।
इस अभियान का हिस्सा है ये नई व्यवस्था —
आपको बता दें कि प्रदेश सरकार द्वारा निपुण भारत अभियान के तहत मिशन अंकुर मुहिम शुरु की है। जिसे राज्य शिक्षा केन्द्र द्वारा किया जा रहा है। इसी मुहिम के अंतर्गत प्राइमरी स्कूलों में नई शिक्षा व्यवस्था लागू की गई है। इस मिशन की सबसे खास बात यह है कि बच्चों में बेसिक कांसेप्ट को क्लीयर करने के लिए फाउंडेशन लिटरेसी को खेल—खेल में सिखाया जाएगा। साथ ही साथ नंबर सिस्टम को समझाने के लिए खात तौर पर न्यूमेरेसी प्रोग्राम चलाया जाएगा। जिसके तहत पहली से पांचवी तक के बच्चों की पढ़ाई कराई जाएगी। खेल के जरिए बच्चों में चीजों को सीखने की ललक बढ़ेगी। इसके अलावा अलग अलग कार्यक्रम व एक्टिविटी के जरिए कक्षाएं आयोजित होने से छात्र सरलता से पढ़ाई कर सकेंगे।
शिक्षकों को किया जा रहा ट्रेंड
प्राप्त जानकारी के अनुसार इसे लेकर सरकार ने कमर कस ली है। नई शिक्षा व्यवस्था को लेकर प्रदेश के सभी 90 हजार प्राइमरी स्कूलों के टीचर्स को प्रशिक्षित किया जा रहा है। आपको बता दें हिंदी भाषा और गणित के लिए पूरी तरह से कांसेप्ट तैयार किए जा चुके हैं।