Sawan Shivratri 2024: सावन का पवित्र महीना चल रहा है। ऐसे में सभी भगवान शिव को प्रसन्न करने में लगे हैं। यदि आप भी सीहोर वाले पंडित प्रदीप मिश्रा (Sehore Wale Pandit Pradeep Mishra) के अनुसार भगवान शिव का अभिषेक करना चाहते हैं तो फटाफट तैयारी कर लें। क्योंकि आज दोपहर में पंडित प्रदीप मिश्रा आनलाइन रुद्राभिषेक कराने जा रहे हैं।
सावन शिवरात्रि का दिन क्यों होता है खास
आपको बता दें सावन का महीना शिव जी के लिए खास होता है। शिवजी को तीन तिथियां बेहद प्रिय हैं। जिसमें सोमवार, प्रदोष और चतुर्दशी तिथि है। सावन के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को सावन की शिवरात्रि कहा जाता है।
सावन शिवरात्रि पर आद्रा नक्षत्र का योग
ज्योतिषाचार्य पंडित रामगोविंद शास्त्री के अनुसार शिव पुराण में शिव चतुर्दशी का विशेष महत्व होता है। इस बार 2 अगस्त शुक्रवार को जो तिथि है उसमें आद्रा नक्षत्र और कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी का विशेष संयोग बन रहा है। जो इस तिथि को बेहद खास बना रहा है। यही कारण है इस अवसर पर जगह—जगह रुद्राभिषेक किए जा रहे हैं।
हर बार कराते हैं पंडित प्रदीप मिश्रा रुद्राभिषेक
आपको बता दें बीते 5 सालों से पंडित प्रदीप मिश्रा लगातार आनलाइन पूजा कराने को रिकॉर्ड बना रहे हैं। इस बार छठवां मौका है जब वे सावन शिवरात्रि पर करोड़ों भक्तों को एक साथ रुद्राभिषेक कराएंगे। खबरों के अनुसार इससे पहले बीते साल 60 करोड़ लोगों के जुड़ने का दावा किया गया था।
शिव पुराण में बताए हैं ये उपाय
हिन्दू धर्म ग्रंथ शिव पुराण में शिव जी की वर्णन है। इसमें बताया गया है कि यदि आद्रा नक्षत्र से युक्त शिव चतुर्दशी को भगवान भोले नाथ का प्रणव यानी ॐ से जाप किया जाए तो व्यक्ति को अक्षय फल की प्राप्ति होती है।
कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी क्यों है खास
पुराणों और ग्रथों के अनुसार फाल्गुन माह में कृष्ण पक्ष में आने वाले चतुर्दशी सबसे खास होती है। यही कारण है कि सावन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी भी बेहद खास मानी जा रही है। ज्योतिषाचार्य पंडित शास्त्री जी के अनरुसार हर चौदस को चतुर्दशी कहते हैं।
यह भी पढ़ें:
Sawan ke Plant: सावन में जरूर लगाएं ये पांच पौधे, घर में लाएंगे खुशियां