नई दिल्ली। Sawan 2023 Somwar Shivling Puja Vidhi: आज से सावन का महिना शुरू हो गया है. Sawan 2023 First Monday चूंकि सावन का महीना भगवान शिव के लिए खास माना जाता है इसलिए जरूरी है कि सोमवार पर भगवान की विधि विधान से पूजा अर्चना की जाए। ऐसे में चलिए हम आपको बताने जा रहे हैं कि सभी मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए घर पर शिवजी की पूजा करने की विधि क्या है.
सावन का महीना भगवान शिव Sawan 2023 Shivling Puja vidhi At Home के लिए खास माना जाता है। भोले के भक्त इनकी पूजा के लिए हर तरह के प्रयास करते हैं। बहुत से लोग घरों में शिवलिंग रख के उनकी पूजा करते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं घर में पूजा करने के क्या नियम हैं। यदि नहीं तो चलिए आज हम आपको बताते हैं। Sawan 2022 Shivling Puja: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शिवजी को जब क्रोध आता है, तो सब कुछ नष्ट हो जाता है। इसलिए शिवलिंग की स्थापना करते समय नियमों का पालन करना जरूरी है। इन नियमों का पालन नहीं करने से व्यक्ति पर मुश्किलें आती है। आइए जानते हैं घर में शिवलिंग स्थापित करने के नियमों के बारे में।
कितना होना चाहिए घर में रखा जाने वाला शिवलिंग – Gher me shivling ka size kya ho Sawan 2023:
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार घर में रखा जाने वाला शिवलिंग आकार में छोटा होना चाहिए। जिसका साइज अंगूठे के साइज के बराबर हो तो अधिक सहित है। इन्हें कभी अकेले नहीं रखना चाहिए। इनके साथ शिव परिवार जरूर होना चाहिए।
होता रहे जलधारा का प्रवाह — Sawan 2023 Shivling Puja At Home
ऐसा माना जाता है कि शिवलिंग पर हर समय ऊर्जा का प्रभाव होता रहता है। इसलिए उन पर जलधारा रखने से उन्हें शांति मिलती है।
शिवपुराण के अनुसार एक ही हो शिवलिंग —shiv ling
घर में एक से अधिक शिवलिंग शुभ नहीं माने जाते। शिवपुराण के अनुसार घर में सिर्फ एक ही शिवलिंग की स्थापना करनी चाहिए।
किस दिशा में होना चाहिए शिवलिंग —kis disha me rakhna chahiye shivling
घर में शिवलिंग की दिशा का खास ध्यान रखें। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शिवलिंग की जलधारा उत्तर दिशा में होना चाहिए।
प्रतिदिन होनी चाहिए —kaise kare shivling ki pooja
अगर आपने भी घर में शिवलिंग की स्थापना भी है तो एक बात जान लें इनकी पूजा प्रतिदिन की जानी चाहिए।
सावन सोमवार पूजा विधि –
- इस दिन सुबह जल्दी स्नान करके साफ कपड़े पहनें।
- व्रत रखने वाले हैं तो व्रत रखें। यदि घर के मंदिर में पूजा कर रहे हैं तो सभी भगवानों का गंगाजल से स्नान कराएं।
- फिर भगवान शिव का जलाभिषेक करें।
- सावन सोमवार के दिन भोलेनाथ को पंचामृत अर्पित करें।
- इस दौरान ‘ऊं नमः शिवाय’ मंत्र का जाप करते रहें।
- भोलेनाथ को सफेद चंदन, अक्षत, सफेद फूल, बेल पत्र, धतूरा, सुपारी आदि जरूर चढ़ाएं।
- इस दौरान यानि सावन में शमी के पत्ते चढ़ाना बेहद अच्छा माना जाता है।
- शमी के पत्ते भी चढ़ाएं ऐसा करने से शनि दोष दूर होंगे. इसके बाद भोलेनाथ को फल-मिठाई का भोग लगाएं।
- पूजा-अभिषेक के बाद शिव चालीसा का पाठ जरूर करें।
- सावन सोमवार की कथा पढ़ें या सुनें।
- आखिर में भगवान शिव की आरती करके पूजन समाप्त करें।
- सभी को प्रसाद बांट कर स्वयं भी प्रसाद ग्रहण करें।
नोट : इस लेख में दी गई सूचनाएं सामान्य जानकारियों पर आधारित है। बंसल न्यूज इसकी पुष्टि नहीं करता। अमल में लाने से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।