Saurabh Chandrakar Video: महादेव सट्टा ऐप के प्रमुख सौरभ चंद्राकर की गिरफ्तारी को लेकर एक नया विवाद सामने आया है। एक तरफ दावा किया जा रहा है कि इंटरपोल की मदद से सौरभ चंद्राकर को दुबई में गिरफ्तार किया गया है, लेकिन सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें सौरभ चंद्राकर दुबई में बैठकर अपने परिवार के साथ कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा सुनने का आनंद ले रहा है।
RTI एक्टिविस्ट ने शेयर किया वीडियो
इस वीडियो (Saurabh Chandrakar Video) को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कुनाल शुक्ला नाम के RTI एक्टिविस्ट ने शेयर किया है। वायरल वीडियो में सौरभ चंद्राकर कथावाचक प्रदीप मिश्रा की कथा सुनते दिख रहा है। इस वीडियो की पुष्टी बंसल न्यूज नहीं करता है। लेकिन अगर यह वीडियो सही है, तो यह कई सवाल खड़े करता है।
कुनाल शुक्ला ने इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा है कि महादेव सट्टा एप्प के जिस सरगना सौरभ चंद्राकर को केंद्र की मौजी सरकार इंटरपोल की मदद से दुबई में गिरफ्तार किया जाना बतला रही है, जबकि वो तो दुबई में बैठ कर सपत्नीक प्रदीप मिश्रा की कथा सुन रहा है।
इस पूरे सटोरिए गैंग से डबल इंजन सरकार की सेटिंग है कांग्रेस तो बेवजह बदनाम है। डबल इंजन सरकार के कर्ताधर्ता ही वसूली मार कर सटोरियों को पनाह दे रहे हैं। हर हर महादेव।
महादेव सट्टा एप्प के जिस सरगना सौरभ चंद्राकर को केंद्र की मौजी सरकार इंटरपोल की मदद से दुबई में गिरफ्तार किया जाना बतला रही है,
जबकि वो तो दुबई में बैठ कर सपत्नीक प्रदीप मिश्रा की कथा सुन रहा है।
इस पूरे सटोरिए गैंग से डबल इंजन सरकार की सेटिंग है कांग्रेस तो बेवजह बदनाम है।… pic.twitter.com/G8l3GIKj8P
— Kunal Shukla (@kunal492001) December 11, 2024
इंटरपोल के अधिकारियों ने सौरभ को दुबई से किया था गिरफ्तार
महादेव सट्टा ऐप के संचालन करने वाले सौरभ चंद्राकर को लेकर खबर आई थी कि इंटरपोल के अधिकारियों ने उसे दुबई से गिरफ्तार कर लिया है। कहा गया था कि दुबई पुलिस और स्थानीय सुरक्षा बलों के साथ मिलकर सीबीआई (CBI) और ईडी (ED) के अधिकारियों ने सौरभ चंद्राकर से जुड़ी सभी जानकारी इंटरपोल को उपलब्ध कराई थी, जिसके बाद यह गिरफ्तारी संभव हो पाई।
‘जूस फैक्ट्री’ से ‘सट्टा फैक्ट्री’ तक का सफर
भिलाई निगम में पानी के पंप चलाने वाले ऑपरेटर रामेश्वर चंद्राकर का बेटा सौरभ चंद्राकर इस सट्टे के खेल का मुख्य आरोपी है. सौरभ ने भिलाई में ही ‘जूस फैक्ट्री’ के नाम से एक जूस की दुकान खोली थी.
उस दौरान उसकी दोस्ती रवि उप्पल नाम के एक इंजीनियर से हुई. साल 2017 में रवि और सौरभ ने मिलकर ऑनलाइन सट्टेबाजी के माध्यम से पैसा कमाने के लिए एक वेबसाइट बनाई थी. शुरु में तो इस वेबसाइट के यूजर्स कम थे.
इसके बाद सौरभ 2019 में नौकरी के लिए दुबई चला गया. सौरभ ने अपने दोस्त रवि उप्पल को भी कुछ समय बाद दुबई बुलवा लिया. सौरभ ने पहले ही बेटिंग वेबसाइट के जरिए पैसा कमाने का प्लान तैयार कर रखा था. फिर दोनों ने मिलकर महादेव बुक ऑनलाइन के नाम से एक बेटिंग वेबसाइट और ऐप बनाया.
इसके बाद इस एप को प्रमोट करना शुरू कर दिया. सौरभ ने सोशल मीडिया मार्केटिंग और इन्फ्लुएंसर के माध्यम से ऐप को प्रमोट करवाया. इसके साथ ही सट्टा लगाने वाले दूसरे ऐप और वेबसाइट को भी खरीद लिया.