Loksabha Chunav Satta Bazar: लोकसभा चुनाव 2024 की गिनती में अब 24 घंटे से भी कम का समय शेष हैं चुनाव के परिणाम को लेकर आम आदमी से लेकर नेताओं तक सब नतीजों की ओर टकटकी लगाए बैठे हैं, वहीं, क्रिकेट के बाद अब चुनाव के परिणाम में भी सट्टा बाजार चर्चा का विषय बना हुआ है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अब तक 6 से 7 लाख करोड़ रुपये का सट्टा लगाया जा चुका है। एग्जिट पोल के अनुमान भी आ गए हैं।
देश में चाय की दुकान से लेकर सैलून तक और गांव से लेकर शहर तक सिर्फ एक चीज की चर्चा हो रही है कि आखिरी प्रधानमंत्री कौन बनेगा? सब लोग अपने-अपने दावे कर रहे हैं।
जबकि मुंबई के सट्टा बाजार में 6 से 7 लाख करोड़ का सट्टा लगाने का अनुमान है। माना जा रहा है कि ये अब तक का सबसे बड़ा दांव है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, आमतौर पर सट्टा बाजार में अधिकतक 2 लाख करोड़ रुपये तक का ही सट्टा लगा था।
1 जून को 7वें चरण के मतदान संपन्न होने के बाद उसी दिन शाम को Exit Poll जारी कर दिए गए थे।
Loksabha Chunav Satta Bazar: लोकसभा नतीजों से पहले लगा 7 लाख करोड़ का सट्टा, किसकी बनेगी सरकार? सटोरियों की थमी सांसें#LoksabhaChunav #SattaBazar #LoksabhaChunav2024 #BJP #COngress
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— Bansal News (@BansalNewsMPCG) June 3, 2024
इसमें बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए को 350 सीटें मिलने का अनुमान बताया जा रहा है। वहीं, सट्टा बाजार के अनुसार एनडीए को 303 सीटें मिल रही हैं।
बता दें कि सट्टा बाजार देश के कई शहरों में अवैध तरीके से चलया जाता है। जबकि मुंबई इसका सबसे बड़ा बाजार है। इसके अलावा पूरे देश में देश अलग-अलग जगह पर 10 सट्टा बाजार माने जाते हैं।
सट्टा बाजार का ये है अनुमान!
2019 में मुंबई सट्टा बाजार ने भारतीय जनता पार्टी को 300 से 310 सीटें और कांग्रेस को 50 से 60 सीटें मिलने का अनुमान जताया था।
जबकि उनका यह अनुमान काफी हद तक सटीक बैठा था। हालांकि, 2014 के लोकसभा चुनाव में सट्टा बाजार का अनुमान गलत रहा था।
उन्होंने कांग्रेस की जीत के अनुमान लगाए थे, लेकिन उस वक्त को लेकर बाजार सही अनुमान नहीं लगा पाया था।
यदि मुंबई सट्टा बाजार की बात की जाए तो 2014 के चुनावों में बीजेपी को लेकर उनका अनुमान सही था. लेकिन 2019 के चुनाव में अलायंस के साथ मिलकर पार्टी की संख्या बताने के लिहाज से ये अनुमान सही नहीं बैठा था यानी सट्टा बाजार के अनुमान और असली नतीजों में अंतर हो सकता है. इसलिए इनकी सटीक होने की भविष्यवाणी पहले नहीं की जा सकती. कई बार इनका दावा गलत भी साबित हो जाता है।
कैसे की जाती है सट्टेबाजी
सबसे बड़ा सवाल यह सामने आता है अलग-अलग बजारों के द्वार सट्टेबाजी कैसे की जाती है. दरअसल पहले सिर्फ सटटे्बाजी सिर्फ फोन के द्वारा की जाती थी लेकिन आज सटटे्बाजी के लिए अलग-अलग प्लेटफॉर्म बनाए जा रहें हैं और अब सभी ऑनलाइन पोर्टल और सर्वर के विदेश में रखे जाते हैं और वहीं से हैंडिल किए जाते हैं ताकि पकड़े जाने के बावजूद उनका काम चलता रहे। इन सर्वर के माध्यम से ही सट्टेबाजी की जा रही है।
डिस्क्लेमर: इस खबर में दी गई जानकारी सामान्य सूचनाओं पर आधारित है। बंसल न्यूज इसकी पुष्टि नहीं करता। अमल में लाने से पहले विशेषज्ञ की सलाह ले लें। ये खबर मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक है। इसे लेकर हम किसी भी प्रकार का दावा नहीं करते हैं।
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