Sarva Pitra Amavasya 2021 : सर्वपितृ अमावस्या पर 11 वर्ष बाद आ रहा है गजछाया योग, कर्ज से मिलेगी मुक्ति

नई दिल्ली। 6 अक्टूबर को सर्व पितृमोक्ष Sarva Pitra Amavasya 2021 अमावस्या के साथ श्राद्ध पक्ष (Sarva Pitra Amavasya) समाप्त हो जाएंगे। अगर आप भी इस दौरान पितरों को प्रसन्न करना चाहते हैं साथ ही साथ कर्ज से मुक्ति चाहते हैं। तो ये दिन आपके लिए खास रहने वाला है। क्योंकि इस बार पितृ मोक्ष अमावस्या (Sarva Pitra Amavasya 2021) पर एक विशेष योग बन रहा है। जिसमें किया गया श्राद्ध आपको कर्ज से मुक्ति दिलाएगा।
इस दिन बनेगा गजछाया योग
6 अक्टूबर की खास बात यह है कि इस दिन एक विशेष शुभ योग (Subh Yog) बन रहा है। जिसे गजछाया योग कहते हैं। 11 साल पहले 2010 में बना यह विशेष योग अब 2021 में बन रहा है। इसके बाद अगली बार करीब 8 वर्ष बाद यह योग 2029 में बनेगा। पंडित रामगोविन्द शास्त्री के अनुसार जब सूर्य और चंद्रमा हस्त नक्षत्र में एक साथ रहते हैं तब यह योग बनता है। 6 अक्टूबर को सूर्य और चंद्रमा दोनों ही सूर्योदय के बाद से शाम 04:34 बजे तक हस्त नक्षत्र में रहेंगे। इन दोनों की यह स्थिति गजछाया योग (Gajachhaya Yog) कहलाती है। ज्योतिषाचार्यों की मानें तो इस योग में किए गए श्राद्ध से पितृ तो प्रसन्न होते ही हैं साथ ही साथ हमें कर्ज से मुक्ति भी मिलती है। इतना ही नहीं ऐसा करने से हमारे घर में सुख—समृद्धि भी आती है। ऐसा भी माना जाता है कि इस गजछाया योग में किया गया श्राद्ध व दान आने वाले 12 वर्षों के लिए पितरों की शांत करता है।
घी की खीर का करें दान
गजछाया योग को श्राद्ध की दृष्टि से बेहद शुभ माना जाता है। इस दिन यदि आप घी मिली खीर का दान करते हैं तो पितृ 12 सालों के लिए तृप्त हो जाते हैं। गरीबों को कपड़े और भोजन व दान करने का भी विशेष महत्व है।
(नोट: इस लेख में दी गई सूचनाएं सामान्य जानकारी और मान्यताओं पर आधारित हैं। बंसल न्यूज इनकी पुष्टि नहीं करता है।)