हाइलाइट्स
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सरोज पांडेय की बढ़ सकती हैं मुसीबतें
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चुनावी खर्च में जुड़ेगा हनुमत कथा का खर्चा
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चिरमिरी में हुई थी धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की हनुमत कथा
Saroj Pandey: कोरबा लोकसभा की बीजेपी प्रत्याशी सरोज पांडेय की मुसीबतें बढ़ सकती हैं. सरोज के चुनावी खर्च में बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की हनुमत कथा का खर्च भी जोड़ा जाएगा. व्यय समिति कार्यक्रम में हुए खर्च का कैलकुलेशन करने में जुटी हुई है. ऐसे में सरोज पांडेय तय खर्च सीमा से ज्यादा राशि खर्च करने के मामले में फंस सकती हैं. दरअसल चुनाव से ठीक पहले मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले में कथा आयोजित हुई थी. मंच से धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने आयोजकों के तौर पर बीजेपी प्रत्याशी का नाम भी लिया था. हालांकि सरोज ने हनुमत कथा कार्यक्रम कराने से साफ इनकार कर दिया था.
धीरेंद्र शास्त्री ने सरोज को बताया था कथा का आयोजक
बता दें कि कोरबा लोकसभा क्षेत्र के मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले के चिरमिरी में 26 अप्रैल को पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की हनुमत कथा का आयोजन किया गया था. जहां पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने मंच से आयोजकों के तौर पर बीजेपी उम्मीदवार सरोज पांडेय और स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल का नाम लिया था. कार्यक्रम के प्रचार के लिए फ्लैक्स और होर्डिंग्स जगह-जगह लगाए गए थे, जिनमें प्रदेश के मंत्रियों के साथ सरोज पांडेय की तस्वीरें लगी थीं. सरोज पांडेय की फोटो पंडित धीरेंद्र शास्त्री के साथ कार्यक्रम स्थल पर भी लगी हुई थी. इस दौरान कथा वाचन सुनने आ रहे लोगों को लोगों को भाजपाई पार्टी का गमछा पहना रहे ते और सरोज पांडेय के पक्ष में प्रचार करते हुए पर्चे बांटते भी दिखे थे.
निर्वाचन अधिकारी ने सरोज पांडेय को दिया था नोटिस
इस मामले में शिकायत के बाद इसके बाद सहायक निर्वाचन अधिकारी ने सरोज पांडेय को आचार संहिता के उल्लंघन का नोटिस जारी किया था. नोटिस में अशोक श्रीवास्तव की ओर से शिकायत को भी आधार बनाया गया. कहा गया कि वीडियो-फोटोग्राफी में कथा सुनने आने वालों को भाजपा कार्यकर्ता पार्टी का गमछा पहनाकर चुनाव प्रचार कर रहे थे, जो आचार संहिता का उल्लंघन है. हालांकि नोटिस का जवाब देते हुए सरोज पांडेय ने हनुमत कथा कार्यक्रम कराने से इनकार किया था. बता दें कि इस कार्यक्रम में पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के साथ डिप्टी सीएम विजय शर्मा भी हेलीकॉप्टर से चिरमिरी पहुंचे थे.
बीजेपी प्रत्याशी की सदस्यता हो सकती है रद्द
सरोज पांडेय की ओर से दिए खर्च के ब्योरे के अनुसार 5 मई तक 51 लाख 67 हजार 953 रुपए खर्च किए गए हैं. खर्च की सीमा 90 लाख है. तो 29 लाख 37 हजार 179 रुपए खर्च करना बाकी हैं. तो अगर हनुमत कथा का खर्च 40 लाख से ऊपर जाता है, तो बीजेपी उम्मीदवार तय खर्च सीमा से ज्यादा राशि खर्च करने के मामले भी फंस सकती हैं. निर्वाचन आयोग के अधिकारियों के मुताबिक इस तरह के मामले में प्रत्याशी को 3 साल के लिए चुनाव लड़ने से बैन किया जा सकता है. जीते हुए प्रत्याशी की सदस्यता रद्द कर आयोग अधिकतम बैन भी लगा सकता है.
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