हाइलाइट्स
विधायक संजय गायकवाड पर वन विभाग ने दर्ज किया केस
बाघ के दांत वाली माला जब्त कर जांच के लिए भेजी
कार्यक्रम में बाघ के दांत वाली माला पहनकर पहुंचे थे विधायक
MLA Sanjay Gaikwad: शिंदे गुट के शिवसेना विधायक संजय गायकवाड ने पोस्टर में बाघ के शिकार का दावा किया था. जिसके बाद उनकी मुश्किलें बढ़ गईं. संजय ने बाघ के दांत की माला पहनने का भी दावा किया था जिसके बाद वन विभाग ने उनकी माला को फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा साथ ही उनपर वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 के तहत मामला भी दर्ज किया है. जांच के बाद उनके खिलाफ आगे की कार्रवाई की जाएगी
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37 साल पहले बाघ का किया था शिकार
महाराष्ट्र के बुलढाणा से विधायक संजय गायकवाड ने सोशल मीडिया पोस्ट में दावा किया था कि उन्होंने 1987 में बाघ का शिकार किया था. और वे उस बाघ के दांत की माला भी पहने हुए हैं. अब इस मामले पर वन विभाग ने कार्रवाई करते हुए उनकी माला जब्त कर जांच के लिए भेज दी. बुलढाणा रेंज अधिकारी अभिजीत ठाकरे ने कहा, विधायक के खिलाफ वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 के तहत मामला दर्ज किया गया है.
शिवाजी जयंती के दिन पहनी थी बाघ के दांत वाली माला
शिवसेना विधायक संजय गायकवाड (MLA Sanjay Gaikwad) 19 फरवरी को शिवाजी जयंती एक कार्यक्रम में शामिल होने बुलढाणा पहुंचे थे. इसी कार्यक्रम में वे एक खास पोशाक में नजर आए थे. इसके ऊपर उन्होंने एक विशेष माला पहनी थी. प्रेस कॉन्फ्रेंस में उनसे माला के बारे में पूछा गया था. जिसपर उन्होंने कहा, ‘यह बाघ की दांत हैं. 1987 में मैंने बाघ का शिकार किया था और उसके दांत को निकाला था.’
बता दें कि भारतीय वन्य जीव बोर्ड ने 1972 में शेर की जगह बाघ को भारत के राष्ट्रीय पशु के रूप में अपनाया था. बाघों के संरक्षण को लेकर 1973 में बाघ बचाओ परियोजना शुरू की थी. इसी दौरान भारत में वन्यजीवों के संरक्षण के लिए कानून भी बनाया गया.
दुनिया के 70 फीसदी बाघ भारत में हैं
भारत में दुनिया के 70 प्रतिशत बाघ भारत में पाए जाते हैं. इसलिए वन विभाग बाघ के शिकार और ऐसे मामलों में लापरवाही नहीं बरतना चाहता है. इसी के आधार पर विधायक संजय पर केस दर्ज किया गया है. दुनिया में कुल बाघ 5,575 हैं. जिसमें से भारत में 70 प्रतिशत 3167 बाघ हैं.