नागपुर। विजयादशमी के मौके पर संघ प्रमुख मोहन भागवत ने नागपुर स्थित मुख्यालय में शस्त्र पूजा की। उन्होंने कहा कि 9 नवंबर को राम मंदिर पर सुप्रीम कोर्ट का निर्णय आया था। जिसे सारे देश और समाज ने स्वीकार किया। हर्षोल्लास का विषय होने के बाद भी उसे संयम से मनाया गया। वहीं चीन को लेकर भागवत ने कहा कि चीन के साम्राज्यवादी स्वभाव के सामने भारत तन कर खड़ा हुआ है, जिससे पड़ोसी देश के हौसले पस्त हुए हैं साथ ही कहा कि कोरोना से भारत में कम नुकसान हुआ है। कोरोना पर काबू के लिए मोहन भागवत ने सरकार की भी तारीफ की।
संघ की स्थापना 1925 को डॉ केशव हेडगेवार ने की थी
गौरतलब है कि दशहरा के दिन संघ अपना स्थापना दिवस मनाता है। आज संघ का 95वां स्थापना दिवस है। संघ प्रमुख मोहन भागवत रेशिमबाग से संबोधित किया। कोरोना के चलते कार्यक्रम में बदलाव किया गया था। कार्यक्रम लगभग 50 लोगों की उपस्थिती में हुआ। उन्होंने सबसे पहले शस्त्र पूजन, फिर ध्वज लगाएगा। इसके साथ ही प्रार्थना और गीत गायन के बाद संघ प्रमुख का संबोधित किया। आप को बता दें कि संघ की स्थापना 1925 को डॉ केशव हेडगेवार ने की थी। संघ की स्थापना के बाद से संघ का एक मात्र उद्धेश्य है भारत को विश्व गुरू बनाना और इसी उद्देश्य के साथ संघ का काम कर रहा है।