हाइलाइट्स
- संभल हिंसा में सपा सांसद बर्क पर चार्जशीट दाखिल
- मस्जिद सर्वे के दौरान भड़की थी हिंसा, 4 की मौत
- हिंसा मामले में अब तक 92 आरोपी गिरफ्तार
Sambhal Violence: संभल जिले में 2024 की बहुचर्चित हिंसा मामले में समाजवादी पार्टी (सपा) के सांसद जियाउर्रहमान बर्क की मुश्किलें अब और बढ़ने वाली हैं। बुधवार को चंदौसी स्थित एमपी-एमएलए कोर्ट में पुलिस ने सांसद समेत 23 लोगों के खिलाफ 1000 से अधिक पन्नों की चार्जशीट दाखिल कर दी।
क्या है पूरा मामला?
यह मामला 24 नवंबर 2024 को उस समय भड़का था जब शाही जामा मस्जिद का कोर्ट द्वारा आदेशित सर्वे किया जा रहा था। इस दौरान पहले पथराव हुआ और फिर हिंसा फैल गई। इस हिंसा में 4 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 29 पुलिसकर्मी घायल हुए थे।
नामजद और अज्ञात आरोपी
पुलिस ने इस हिंसक घटना के बाद सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क, सपा विधायक इकबाल महमूद के बेटे सुहेल इकबाल सहित 40 लोगों को नामजद किया था, जबकि 2750 अज्ञात लोगों के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज किया गया था। हालांकि पुलिस सूत्रों के अनुसार, सुहेल इकबाल की घटना में कोई संलिप्तता नहीं पाई गई।
अब तक पुलिस इस मामले में 92 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है, जिनमें जामा मस्जिद के सदर जफर अली एडवोकेट भी शामिल हैं। वहीं, सपा सांसद बर्क से विशेष जांच टीम (SIT) ने नखासा थाने में करीब 6 घंटे तक पूछताछ भी की थी। उन पर हिंसा के लिए लोगों को उकसाने का आरोप है।
कैसे शुरू हुआ विवाद?
दरअसल, कुछ हिंदू संगठनों ने संभल की शाही जामा मस्जिद को हरिहर मंदिर बताकर दावा किया था कि इसे बाबर ने मंदिर तुड़वाकर मस्जिद में बदला था। इसके समर्थन में कैलादेवी मंदिर के महंत ऋषि राज गिरि महाराज ने सिविल कोर्ट में याचिका दायर की, जिस पर कोर्ट ने मस्जिद का सर्वे कराने का आदेश दिया।
कोर्ट ने 7 दिन में रिपोर्ट देने का निर्देश दिया, जिसके बाद प्रशासनिक टीम 24 नवंबर को दोबारा सर्वे के लिए मस्जिद पहुंची थी। इसी दौरान भारी भीड़ एकत्र हो गई और देखते ही देखते हालात बेकाबू हो गए, जिसके बाद हिंसा भड़क उठी।
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