रिपोर्ट: योगेंद्र सिंह
Sambhal MP Bark Electricity Meter: उत्तर प्रदेश के संभल जिले में सांसद जियाउर्रहमान बर्क के घर पर बिजली विभाग ने बड़ी कार्रवाई की है। बिजली विभाग की टीम ने उनके घर से मीटर उतारकर नया मीटर लगाया और पुराने मीटर को जांच के लिए लैब में भेज दिया। सवाल यह है कि सांसद के घर बिजली चोरी की जांच की जरूरत क्यों पड़ी?
बिजली विभाग की टीम सबसे पहले सांसद जियाउर रहमान बर्क के घर पहुंची और मीटर की जांच की। जांच के बाद पुराना मीटर हटाकर नया मीटर लगाया गया। विभाग का कहना है कि 200 गज के घर में मात्र 2 किलोवाट के मीटर लगाए गए, जो सामान्य से कम है। अब इस बात की जांच की जाएगी कि कहीं इस मीटर के जरिए बिजली चोरी तो नहीं हो रही थी।
231 रुपए का बिजली बिल ने पैदा किया संदेह
सांसद जियाउर रहमान बर्क के घर का नवंबर महीने का बिजली बिल केवल 231 रुपये आया। यह बिल भी केवल मीटर शुल्क के लिए है, क्योंकि बिजली की खपत शून्य यूनिट दर्ज की गई है। यह आंकड़ा आश्चर्यजनक है, क्योंकि एक सांसद के घर में बिजली की खपत इतनी कम कैसे हो सकती है?
12 महीनों में केवल 35 यूनिट खर्च
#WATCH | Sambhal, Uttar Pradesh: A team from State Electricity Department, along with a large number of security personnel, arrives at the residence of SP MP Zia ur Rehman Barq in Sambhal. The State Electricity Department has flagged irregularities in electricity usage at the… pic.twitter.com/FbczWgBjKD
— ANI (@ANI) December 19, 2024
बिजली विभाग के दस्तावेजों के अनुसार, दिसंबर 2023 से नवंबर 2024 तक सांसद बर्क की घरेलू बिजली खपत 35 यूनिट प्रति माह से अधिक नहीं होगी। पिछले पांच महीनों से खपत शून्य दर्ज की जा रही है।
इस वजह से उनका बिजली बिल कभी 410 रुपये से अधिक नहीं आया। दूसरी ओर, संभल में आम लोगों के घरों में औसत बिजली बिल 1650 रुपये आ रहा है और हर महीने करीब 300 यूनिट बिजली की खपत हो रही है।
बिजली चोरी में नंबर वन जिला है संभल
संभल जिला बिजली चोरी के मामलों में देश में सबसे आगे है। बिजली विभाग के अधिकारियों का कहना है कि वे सांसद बर्क के घर पर कार्रवाई करने से डर रहे थे। इससे पहले जब भी टीम यहां पहुंची तो उन्हें भारी विरोध का सामना करना पड़ा।
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150 जवानों की सुरक्षा पर कार्रवाई
इस बार बिजली विभाग की टीम सिर्फ 5-6 लोगों को लेकर सांसद बर्क के घर पहुंची। लेकिन उनकी सुरक्षा के लिए यूपी पुलिस और रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) के 150 जवान तैनात किए गए थे।
इन सैनिकों के पास हथियार और आंसू गैस की बंदूकें भी थीं। इससे स्पष्ट है कि सांसद बर्क के खिलाफ कार्रवाई करना कितना कठिन और जोखिम भरा है।
जांच के लिए लैब पहुंचा पुराना मीटर
बिजली विभाग ने पुराने मीटरों को उतारकर लैब में भेज दिया है। इस बात की जांच की जाएगी कि मीटर के साथ कोई छेड़छाड़ तो नहीं की गई है। विभाग का कहना है कि जांच में अनियमितता पाए जाने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
बिजली विभाग के अधिकारियों ने भी कहा कि वे सांसद बर्क के घर पर कार्रवाई करने से हमेशा डरते रहते हैं। इसका कारण सांसद का प्रभाव और उनके समर्थकों का विरोध है। हालाँकि, इस बार कार्रवाई भारी सुरक्षा के बीच की गई।
संभल में बिजली चोरी पर सवाल
संभल में बिजली चोरी की समस्या लंबे समय से बनी हुई है। आम लोगों को भारी भरकम बिजली बिल चुकाना पड़ रहा है, जबकि सांसदों जैसे बड़े नामों के घरों में बिजली की खपत शून्य होना कई सवाल खड़े करता है।
सांसद जियाउर्रहमान बर्क के घर हुई इस कार्रवाई ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। बिजली विभाग की रिपोर्ट और मीटर निरीक्षण के नतीजे आने के बाद यह स्पष्ट हो जाएगा कि सांसद के घर पर बिजली चोरी हो रही है या नहीं। यह मामला अब संभल जिले में चर्चा का विषय बन गया है।
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