Sam Pitroda: कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा ने एक बार फिर कुछ ऐसा कहा है, जिस पर विवाद हो गया है। दरअसल सैम पित्रोदा ने भारत की विविधता पर बात करते हुए कहा कि भारत में पूर्व के लोग चीनी जैसे लगते हैं तो दक्षिण में लोग अफ्रीकी लगते हैं।
इस बयान के बाद सैम पित्रोदा ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. वे इंडियन ओवरसीज कांग्रेस अध्यक्ष थे. उनके विवादित बयान पर जमकर हंगामा हुआ था. जयराम रमेश ने दी जानकारी देते हुए बताया कि कांग्रेस अध्यक्ष ने इस्तीफ़ा स्वीकार कर लिया है.
Sam Pitroda: पूर्वी भारत के लोग चाइनीज तो दक्षिण के लोग अफ्रीकन जैसे लगते हैं, BJP बोली- यह सबसे बड़ी गाली#SamPitroda #BJP #Congress #ControversialStatement
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— Bansal News (@BansalNewsMPCG) May 8, 2024
वहीं पश्चिम में लोग अरबी लगते हैं और उत्तर भारतीय गोरे होते हैं। हाल ही में सैम पित्रोदा ने विरासत टैक्स को लेकर टिप्पणी की थी, पित्रोदा के उस बयान पर भी खूब विवाद हुआ था।
भारत की विविधता पर पित्रोदा ने कही ये बात
अंग्रेजी अखबार द स्टेट्समैन को दिए एक इंटरव्यू में सैम पित्रोदा ने ये बयान दिया। उन्होंने कहा कि ‘हम भारत जैसे विविधता से भरे देश को एकजुट रख सकते हैं, जहां पूर्व के लोग चीनी जैसे लगते हैं, पश्चिम के लोग अरब जैसे दिखते हैं, उत्तर के लोग गोरों जैसे और दक्षिण भारतीय अफ्रीकी जैसे लगते हैं। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता, हम सभी बहन-भाई हैं।’
पित्रोदा ने कहा कि भारत में अलग-अलग क्षेत्र के लोगों के रीति-रिवाज, खान-पान, धर्म, भाषा अलग-अलग हैं, लेकिन भारत के लोग एक-दूसरे का सम्मान करते हैं।
कांग्रेस नेता ने कहा कि देश के लोग 75 वर्षों तक एक सुखद वातावरण में रहे हैं, कुछ लड़ाइयों को छोड़ दें तो लोग साथ रह सकते हैं।
कौन हैं सैम पित्रोदा?
सैम पित्रोदा का पूरा नाम सत्यनारायण गंगाराम पित्रोदा है। उनकी पहचान टेलीकॉम इन्वेंटर और एंटरप्रेन्योर के तौर पर है। वो लगभग 50 साल से टेलीकॉम और कम्युनिकेशन टेक्नोलॉजी पर काम कर रहे हैं। भारत के ओडिशा के तितिलागढ़ में गुजराती परिवार में 1942 में उनका जन्म हुआ था।
सात भाई-बहनों में पित्रोदा तीसरे नंबर के हैं। गुजरात के एक बोर्डिंग स्कूल से पढ़ाई करने के बाद उन्होंने वड़ोदरा की महाराजा सयाजीराव यूनिवर्सिटी से फिजिक्स और इलेक्ट्रॉनिक्स में मास्टर्स डिग्री ली।
आगे की पढ़ाई के लिए वो अमेरिका चले गए। 1964 में शिकागो के इलिनोइस इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से उन्होंने फिजिक्स में मास्टर्स डिग्री हासिल की थी।
वह पढ़ाई पूरी करने के बाद 1965 में वो टेलीकॉम इंडस्ट्री से जुड़ गए। 1975 में उन्होंने इलेक्ट्रॉनिक डायरी का आविष्कार किया था। ये उनका पहला पेटेंट था।
अपने करियर में उन्होंने कई पेटेंट दाखिल किए। उन्होंने मोबाइल फोन पर बेस्ट ट्रांजेक्शन टेक्नोलॉजी का पेटेंट भी दायर किया था।
सैम पित्रोदा के बयान पर PM मोदी का राहुल गांधी पर हमला
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज तेलंगाना राज्य में रैली कर रहे हैं। करीमनगर के बाद वारंगल में जनसभा को संबोधित किया।
इस दौरान उन्होंने सैम पित्रोदा के नस्लीय बयान को लेकर कांग्रेस और राहुल गांधी जमकर हमला बोला। पीएम मोदी ने कहा कि शहजादे के एक अंकल अमेरिका में रहते हैं।
उन्होंने कहा कि काली चमड़ी वाले अफ्रीकी हैं, तो क्या कांग्रेस चमड़ी का रंग देखकर बात करती है? उन्होंने कहा कि चमड़ी का रंग कोई भी हो, हम कृष्ण के पुजारी हैं।
पीएम ने कहा कि मुझे गाली दें सहन कर लूंगा, लेकिन देश के लोगों का अपमान सहन नहीं कर सकता। पीएम ने कहा कि क्या चमड़ी के रंग के आधार पर योग्यता तय होती है।
क्या हमारी राष्ट्रपति अफ्रीकी हैं। शहजादे को इसका जवाब देना होगा।
पीएम ने कहा ”मैं आज एक गंभीर सवाल पूछना चाहता हूं…मुझे आज बहुत गुस्सा आ रहा है, अगर कोई मुझे गाली देता है, तो मैं सह सकता हूं, लेकिन ‘शहजादा’ के इस दार्शनिक ने इतनी बड़ी गाली दी, जिसने मुझे गुस्से से भर दिया है। क्या देश के लोगों की योग्यता स्कीन के रंग से तय होगी? ‘शहजादा’ को यह अधिकार किसने दिया? संविधान को सिर पर रखकर नाचने वाले लोग त्वचा के रंग के आधार पर मेरे देशवासियों का अपमान कर रहे हैं।”
पित्रोदा कांग्रेस के शकुनी- बीजेपी प्रवक्ता
सैम पित्रोदा का यह बयान सामने आने के बाद अब इसपर राजनीति तेज हो गई है। भाजपा ने पित्रोदा पर तीखा हमला बोला है। BJP प्रवक्ता सीआर केसवन ने सैम पित्रोदा को कांग्रेस पार्टी का शकुनी करार दिया है।
केसवन ने कहा, ‘इंडियन ओवरसीज कांग्रेस प्रमुख (सैम पित्रोदा) की नस्लभेदी टिप्पणी ने कांग्रेस पार्टी के खतरनाक और विभाजनकारी मानसिकता को उजागर कर दिया है।’ पित्रोदा का बयान सामने आने के बाद पूर्वोत्तर भारत के मुख्यमंत्रियों ने कांग्रेस पर हमला बोला है।
असम और मणिपुर के सीएम ने कांग्रेस से माफी की मांग की है। मणिपुर के सीएम एन. बीरेन सिंह ने कहा कि कांग्रेस भारत को धार्मिक आधार पर बांटना चाहती है।
विरासत टैक्स वाले बयान पर भी हुआ था विवाद
ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा ने बीते दिनों विरासत टैक्स को लेकर बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि ‘अमेरिका में एक विरासत टैक्स होता है, जिसके तहत अगर किसी व्यक्ति के पास 10 करोड़ डॉलर की संपत्ति है तो उसकी मृत्यु के बाद बच्चों को सिर्फ 45 प्रतिशत संपत्ति ही मिलती है बाकि संपत्ति सरकार बतौर विरासत टैक्स अपने पास रख लेती है।
यह एक रोचक कानून है। यह कहता है कि अगर आपने संपत्ति बनाई है और आप दुनिया छोड़कर जा रहे हैं तो आपको अपनी संपत्ति जनता के लिए छोड़कर जानी चाहिए, पूरी नहीं बल्कि आधी और मुझे भी ये सही लगता है।’