मोबाइल और लैपटॉप की कमी के कारण गरीब बच्चों की पढ़ाई हो रही थी बाधित, शिक्षक ने एक चलती-फिरती लाइब्रेरी बना दी

सागर। कोरोना ने दुनिया को पूरी तरह से बदल दिया है। लोग अब हमेशा स्वास्थ्य संकट के साये में जीते हैं। एक दूसरे से हमेशा दूरी ही बनाकर रहना चाहते हैं। संक्रमण के कारण जहां उद्योग, व्यापार, आदि सब बंद हो गए थे। इस कारण से लाखों लोगों ने अपना बहुत कूछ खोया है। विशेषकर स्कूल बंद होने के कारण, न जाने कितने बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हुई है। हालांकि इस दौरान कुछ बच्चों ने तो ऑनलाइन पढ़ाई की है, लेकिन उनका क्या जिनके पास न तो मोबाइल है और ना ही लैपटॉप। ऐसे में सागर के रहने वाले एक शिक्षक ने चलती-फिरती एक लाइब्रेरी बना दी ताकि गरीब बच्चों की पढ़ाई प्रभावित न हो।
लॉकडाउन में पढ़ाई पर असर
दरअसल, लॉकडाउन के कारण गांव में रहने वाले बच्चों की पढ़ाई पर खासा असर देखने को मिला है। ऐसे में सागर जिले के एक सरकारी स्कूल टीचर सीएच श्रीवास्तव ने अपने स्कूटर पर ही चलती-फिरती लाइब्रेरी बना दी। यहां से बच्चे अपने कोर्स से संबंधित किताब के साथ अन्य जरूरी किताबें भी ले जा सकते हैं।
बच्चे कर रहे हैं इस्तेमाल
वहीं लाइब्रेरी चलाने वाले शिक्षक सीएच श्रीवास्तव का कहना है कि बच्चे इसका खूब इस्तेमाल कर रहे हैं। खासकर गरीब परिवार से संबंध रखने वाले बच्चे जो आर्थिक तंगी की वजह से मोबाइल फोन या लैपटॉप नहीं ले सकते, वे लाइब्रेरी की किताबों से जमकर पढ़ाई कर रहे हैं।
हर जगह हो रही है सराहना
शिक्षक का कहना हैकि कोविड की वजह से बच्चों की पढ़ाई पर गहरा असर हुआ है। यही कारण है कि मैंने एक छोटी सी लाइब्रेरी बनाई। ताकि बच्चे आसानी से घर पर बैठकर पढ़ सकें। लाइब्रेरी में कई तरह की किताबें हैं। जिसमें कोर्स से संबंधित किताबों के अलावा कहानियां, कविताएं और सामान्य ज्ञान की किताबें मौजूद हैं।वहीं, शिक्षक के इस कदम के बाद उनकी हर जगह सराहना हो रही है।