S Jaishankar Parliament Speech: विदेश मंत्री एस जयशंकर ने गुरुवार को संसद में अमेरिका द्वारा 104 अवैध भारतीय प्रवासियों को वापस भेजे जाने के मामले पर बयान दिया। उन्होंने कहा कि निर्वासन की प्रक्रिया नई नहीं है और यह कई सालों से चल रही है।
प्रवासियों के साथ कथित दुर्व्यवहार के मामले में जयशंकर ने कहा, ‘हम अमेरिकी सरकार के साथ बातचीत कर रहे हैं ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि वापस लौटने वाले निर्वासितों के साथ किसी भी तरह का दुर्व्यवहार न हो।’
जयशंकर ने आगे कहा कि यह सभी देशों का दायित्व है कि यदि उनके नागरिक विदेश में अवैध रूप से रह रहे पाए जाते हैं, तो उन्हें वापस ले लिया जाए।
2009 से 2025 तक कितने लोगों को डिपोर्ट किया गया
2009 | 734 |
2010 | 799 |
2011 | 597 |
2012 | 530 |
2013 | 550 |
2014 | 591 |
2015 | 708 |
2016 | 1303 |
2017 | 1024 |
2018 | 1180 |
2019 | 2042 |
2020 | 1889 |
2021 | 805 |
2022 | 862 |
2024 | 1368 |
विपक्ष ने उठाए सवाल, संसद में हुआ विरोध प्रदर्शन
राज्यसभा में बोलते हुए जयशंकर ने कहा कि भारत सरकार अमेरिकी सरकार से यह सुनिश्चित करने के लिए संपर्क कर रही है कि निर्वासितों के साथ किसी भी तरह का दुर्व्यवहार न हो।
उन्होंने यह भी कहा कि कानून प्रवर्तन एजेंसियां एजेंटों और ऐसी एजेंसियों के खिलाफ आवश्यक, निवारक और अनुकरणीय कार्रवाई करेंगी।
विदेश मत्री ने 2009 से अबतक के आंकड़े गिनाए और कहा कि हर वर्ष अवैध अप्रवासियों को वापस भेजा जाता है। विपक्षी दलों के कई सांसदों ने अमेरिका में अवैध रूप से रह रहे भारतीयों को वापस भेजने के तरीके पर सवाल उठाए।
विपक्ष का विरोध, हथकड़ी पहनकर प्रदर्शन
कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खरगे, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और समाजवादी पार्टी (सपा) नेता अखिलेश यादव समेत विपक्षी सांसदों ने अमेरिकी अधिकारियों द्वारा भारतीयों के साथ किए गए व्यवहार के विरोध में संसद परिसर में प्रदर्शन किया। विपक्ष के कुछ नेताओं ने हथकड़ी पहनकर विरोध प्रदर्शन किया।
सरकार पर निशाना साधते हुए कांग्रेस नेता गौरव गोगोई ने कहा कि जिस तरह से भारतीयों को वापस भेजा गया, वह सरकार की ‘बेबसी’ को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि महिलाओं के साथ जो व्यवहार किया गया और उन्हें अपराधियों की तरह हथकड़ी लगाकर वापस लाया गया, हम देश का अपमान बर्दाश्त नहीं करेंगे।
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