नई दिल्ली। Rules Of Lighting Dipak: हिन्दू धर्म में दीपक जलाने का अपना महत्व है। पर क्या आप जानते हैं कि एक बाती दीपक जलाने के क्या नियम होते हैं। यदि नहीं तो चलिए हम आपको बता दे हैं किस दीपक जलाने से क्या लाभ होता है। साथ ही संध्या में भगवान का दीपक जलाने से क्या लाभ होता है।
एक बाती दीपक जलाने के नियम
हमारे हिन्दू धर्म में दीपक जलाने के नियमों को बताया गया है। तो वहीं अगर बात एक बाती दीपक की हो तो आपको इस बात का ध्यान रखना होगा कि ये किस देवता की आराधना के लिए उपयोग किया जाता है। पंडितों के अनुसार एक बाती दीपकईष्टदेव से निवेदन के लिए प्रज्वलित किया जाता है। किसी भी देवी-देवता की पूजा हेतु गाय का शुद्ध घी तथा एक फूल बत्ती या तिल के तेल का दीपक आवश्यक रूप से जलाना चाहिए।
Vakri Shani 2023: 19 जून से शनि की वक्री चाल पड़ेगी भारी, इन जातकों को रहना होगा सतर्क
लंबी बाती का दीपक – Long Bati Dipak
शास्त्रों के अनुसार, अगर आप लंबी बाती का दीपक जलाते हैं, तो इस बात का ध्यान रखें कि इस तरह की बाती केवल मां लक्ष्मी, दुर्गा जी, सरस्वती सहित अन्य देवी के पूजन में, कुल देवता के पूजन, आंवला के पेड़ के नीचे ही जलानी चाहिए। लक्ष्मी जी के सामने लंबी बाती लगाने से धन की वृद्धि होती है और कुल देवता के समक्ष ये बाती जलाने से कुल की वृद्धि होती है। लंबी बाती जलाने से सुख-समृद्धि, धन-संपदा, ऐश्वर्य में वृद्धि होती है।
गोल बाती का दीपक Round Bati Dipa
गोल बाती को फूल बाती भी कहा जाता है। शास्त्रों के अनुसार, गोल बाती का दीपक ब्रह्मा जी, इंद्रदेव, शिव जी, विष्णु जी सहित अन्य देवता के मंदिर में लगाना शुभ होता है। इसके साथ ही तुलसी के पौधे के सामने भी गोल बाती वाला दीपक ही जलाना चाहिए। गोल बाती जलाने से घर में स्थिरता आती हैं, जिससे मां लक्ष्मी का घर में हमेशा वास रहता है। इसके अलावा पीपल या फिर बड़ वृक्ष की पूजा करते समय भी गोल बाती ही जलाएं। भूलकर भी लंबी बाती का इस्तेमाल न करें।
दीपक में कैसी होना चाहिए बाती
वास्तु में दीपक जलाने में बाती का भी विशेष ध्यान रखा जाना चाहिए। अगर बाती गलत तरीके से लगाई गई तो वो भी आपको नुकसान पहुंचाने का कारण बन सकती है। सही बाती का इस्तेमाल करेंगे तभी दीपक से फायदा होगा वरना नुकसान भी हो सकता है। हमेशा इस बात का ध्यान रखें कि तेल का दीपक जलाने में हमेशा लाल धागे की बाती का उपयोग करें तो वहीं अगर आप घी की बाती जला रहे हैं तो इसके लिए रूई की बाती का उपयोग किया जाना चाहिए।
नोट: इस लेख में दी गई सूचनाएं सामान्य जानकारियों पर आधारित हैं। बंसल न्यूज इसकी पुस्टि नहीं करता। अमल में लाने से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर ले लें।