Pakhanjur Rice Scam: छत्तीसगढ़ के पखांजूर में आदिवासियों को मिलने वाले चावल में बड़े घोटाला का खुलासा हुआ है। खाद्य विभाग की जांच में 19 राशन की दुकानों में 1 करोड़ 83 लाख रुपए की गड़बड़ी पकड़ में आई है। पखांजूर छत्तीसगढ़ के आदिवासी बहुल संभाग बस्तर के कांकेर जिले में स्थित है।
बताते हैं फूड इंस्पेक्टर मुकेश सिन्हा की जांच में इस घोटाले की परतें खुली हैं। अब मामले में प्रशासनिक स्तर पर कार्रवाई की जा रही (Pakhanjur Rice Scam) है।
पखांजूरः करीब 2 करोड़ का चावल घोटाला, 19 राशन दुकानों में 1करोड़ 83 लाख रूपये का खुलासा#pankhajoor #CGNews #news #ChhattisgarhNews #chhattisgarh #rice #khabr pic.twitter.com/Sw3gcdiuC6
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एसडीएम ने क्या बताया?
पखांजूर एसडीएम अंजोर सिंह पैकरा ने बताया कि हमने पूरे जिले की राशन की दुकानों की जांच कराई थी। यह मामला तीन साल पुराना है। तत्कालीन फूड इस्पेक्टर ने जांच करके रिपोर्ट दिया था। उस हिसाब से 19 दुकानों में कुछ कमी पाई गई थी और हिसाब नहीं मिल पा रहा था। इन 19 दुकानों से एक करोड़ 78 लाख रुपए की वसूली करनी थी, उनमें से तीन दुकानों की पूरी तरह से वसूली कर ली है और बाकी 16 राशन की दुकानों से वसूली की कार्रवाई की जा रही (Pakhanjur Rice Scam) है।
फूड इंस्पेक्टर की जांच से हुआ खुलासा
इस राशन घोटाले का खुलाश फूड इंस्पेक्टर मुकेश सिन्हा ही रिपोर्ट से हुआ है। तमाम शिकायतों के बाद 19 राशन की दुकानों पर जांच की कार्यवाही हुई जिसमें फूड इंस्पेक्टर ने जांच रिपोर्ट एसडीएम को सौंपी थी। इस मामले में एक करोड़ 83 लाख रुपए के घोटाला सामने आया है। अब प्रशासन कह रहा कि मामले में जांच की कार्रवाई की जा रही (Pakhanjur Rice Scam) है।
आदिवासियों को बंटना था राशन
सूत्र बताते हैं कि जो राशन, दुकान संचालकों ने इधर-उधर बेच दिया वह आदिवासियों में बंटना था। बाद में जब इन दुकानों क स्टॉक रजिस्टर चेक किए गए तो उनमें भी बड़ी गड़बड़ी सामने आई (Pakhanjur Rice Scam) थी।
राजधानी में भी राशन दुकानों में बड़ी हेराफेरी, FIR
इधर, जिला खाद्य विभाग ने राजधानी रायपुर के राजातालाब राशन दुकान में बड़ी हेराफेरी पकड़ी है। बताते हैं यहां राशन की दुकान में 1750 क्विंटल से अधिक चावल, शक्कर और नमक की हेराफेरी की जा रही थी। मामले में खाद्य विभाग ने FIR दर्ज की (Pakhanjur Rice Scam) है।
दुकान संचालक दो साल से कर रहा था राशन की हेराफेरी
इस संबंध में खाद्य निरीक्षक वीणा किरण साहू ने गुरुवार शाम को सिविल लाइंस थाने में आवश्यक वस्तु अधिनियम की धारा 3,7 और बीएनएस की अन्य धाराओं के अंतर्गत दुकान संचालक दो लोगों के खिलाफ केस दर्ज कराया है। शुरुआती पड़ताल में यह गड़बड़ी नवंबर 2022 से अक्टूबर 2024 के बीच दो वर्ष से की जा रही थी। राशन की यह हेराफेरी कांग्रेस शासन काल में उजागर हुए राशन घोटाले से जोड़कर देखा जा रहा (Pakhanjur Rice Scam) है।
जांच में कई बार राशन में गड़बड़ी मिली
सूत्र बताते हैं, खाद्य निरीक्षक वीणा साहू ने 20-11-22 से 10-10-24 के बीच कई बार राजातालाब राशन दुकान का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने दुकान का आबंटन, वितरण और स्टॉक की जांच की। निरीक्षण में पाया गया कि दुकान में स्टॉक रजिस्टर, स्टॉक बोर्ड, सस्ते राशन के लिए पात्र लाभार्थियों की सूची, रजिस्टर और सूचना बोर्ड मौजूद नहीं थे। यह भी बताया गया कि स्टॉक चेक करते समय दुकान को आबंटित राशन में 1728.76 क्विंटल चावल की कम मिला। इसके अलावा, 8.30 क्विंटल शक्कर और 13.26 क्विंटल नमक भी दुकान के स्टॉक में नहीं (Pakhanjur Rice Scam) था।
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पहली बार रायपुर में राशन घोटाले में FIR
इस मामले में जांच के बाद जिला खाद्य विभाग ने दुकान संचालक राकेश मिश्रा और फरजान खान के खिलाफ केस दर्ज किया है। यह राशन घोटाले का मामला राजधानी रायपुर में पहली बार सामने आया है जिसमें एफआईआर की गई है। मामले के दोनों आरोपी फिलहाल फरार (Pakhanjur Rice Scam) हैं।