Rice Products Hike: कोरोना काल के बाद से जहां पर मंहगाई में इजाफा हुआ है वहीं पर चावल और इससे बने प्रोडक्ट जैसे पोहा, मुरमुरा, ज्वार, बाजरा खाने वाले उपभोक्ताओं को झटका लगा है जहां पर चावल उत्पादों और चिकन की कीमतों में 5-15 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है।
बारिश की वजह से बढ़ें दाम
यहां पर जयराज ग्रुप के डायरेक्टर राजेश शाह ने इन दामों के बढ़ने को लेकर खुलासा किया है कि, मानसून में देरी के कारण चावल और चावल से जुड़े प्रोडक्ट्स जैसे पोहा और मुरमुरा की कीमतों में पिछले 2 हफ्तों में लगभग 15 फीसदी का इजाफा हुआ है. ज्वार और बाजरा की कीमतें भी बढ़ी हैं, जबकि दालों और गेहूं की कीमतों में गिरावट नहीं आई है। यहां पर पर्याप्त बारिश नहीं मिलने पर कीमतें बढ़ी है।
क्या महंगी हो जाएगी दाल
यहां पर क्रिसिल मार्केट इंटेलिजेंस एंड एनालिटिक्स के डायरेक्टर पुषन शर्मा ने मानसून की मौजूदा स्थिति को लेकर कहा कि, 7-10 दिनों की देरी से दलहनी फसलों के रकबे पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है, जो ओवरऑल दालों में कीमतों में वृद्धि कर सकता है. धान जैसी अन्य प्रमुख फसलों के लिए, यदि बारिश पर्याप्त मात्रा में नहीं होती है तो जुलाई में, धान के रकबे और उत्पादन में गिरावट आ सकती है।