MP Khargone News: मध्य प्रदेश के खरगोन में रीवा गैंगरेप जैसी वारदात देखने को मिली। खरगोन जिला मुख्यालय के बाहरी इलाके स्थित जंगल में एक नाबालिग छात्रा से उसके बॉयफ्रेंड के सामने गैंगरेप का मामला सामने आया है। इस मामले में पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
ये घटना (MP Khargone News) 30 अक्टूबर की बताई जा रही है। दरअसल, 16 साल की नाबालिग छात्रा अपने बॉयफ्रेंड के साथ स्कूटी में बिस्टान रोड की तरफ निकली थी। उसके बाद दोनों
डाबरिया रोड की तरफ निकल गए और ट्रेंचिंग ग्राउंड के आगे जंगल में तालाब के पास ब्लाइंड एरिया में बैठे थे। इसी दौरान चार लड़कों ने उन्हें देखा और नाबालिग लड़के के सामने ही छात्रा के साथ गैंगरेप किया।
छात्रा ने पेरेंट्स को बताई बात
इस घटना (MP Khargone News) के बाद देर रात दोनों वहां से खरगोन लौटे। वहां पहुंच कर नाबालिग छात्रा ने इस घटना के बारे में परिजनों के बताया। परिजनों ने कोतवाली में जाकर शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने 6 घंटों के अंदर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के मुताबिक, गिरफ्तारी के पहले टेक्निकल एविडेंस भी वेरीफाई और क्रॉस चेक किए गए।
19-22 साल के हैं आरोपी
जानकारी के मुताबिक, आरोपियों (MP Khargone News) की उम्र सिर्फ 19-22 साल है। पुलिस ने बताया कि 24 घंटों के भीतर ही पीड़ित के सारे मेडिकल परीक्षण कर लिए गए थे, इससे बायोलॉजिकल एविडेंस सुरक्षित हो गए हैं।
इसके बाद आरोपियों को अगले दिन गुरुवार को न्यायालय के सामने पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
रीवा में पति के सामने किया था पत्नी से गैंगरेप
हाल ही में रीवा में भी एक ऐसा ही मामला सामने आया था। गुढ़ में भैरव बाबा मंदिर में 21 अक्टूबर की दोपहर 8 लोगों ने पति-पत्नी को बंधक बना लिया था। सभी आरोपी नशे में थे। 5 आरोपियों ने नवविवाहिता का गैंग रेप (MP Riwa News) करते हुए पीड़ितों से मारपीट की थी। वहीं, 3 आरोपियों ने उनका सहयोग किया था। हालांकि, पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
डॉ. सत्यकांत त्रिवेदी ने इस मामले में अपने विचार व्यक्त किए। उन्होंने बताया कि इस तरह की घटना को अंजाम देने वाले लोगों की मानसिकता के लक्षण को पहचानने के तरीके बताए हैं।
अपराधी मानसिकता के लक्षण और पहचान
संवेदनशीलता और सहानुभूति का अभाव – ASPD से पीड़ित लोग सामान्य इंसानी भावनाओं की कद्र नहीं करते। दूसरों की तकलीफ या भावनाओं के प्रति असंवेदनशील होते हैं और सहानुभूति जैसी भावना का उनमें अभाव होता है।
सामाजिक नियमों की अनदेखी – ये लोग नियमों का मजाक उड़ाते हैं और अक्सर अपने व्यक्तिगत स्वार्थ के लिए किसी भी सामाजिक सीमा का उल्लंघन करने से नहीं चूकते।
आक्रामकता और उत्तेजना – ऐसे लोग छोटे-छोटे मुद्दों पर भी उग्र हो सकते हैं और मामूली सी बात पर हिंसा का सहारा लेते हैं।
अश्लील सामग्री और यौन विकृति – इनका यौन कुंठा की ओर झुकाव ज्यादा होता है और अश्लील सामग्री का अत्यधिक सेवन इनके मानसिक विकार को बढ़ावा देता है।
नशे की लत – नशा इनके व्यवहार को और हिंसक बना देता है। शराब, ड्रग्स या अन्य प्रकार के नशे में व्यक्ति सही-गलत का भेद नहीं कर पाता और अपनी विकृत इच्छाओं को पूरा करने में भी किसी तरह की झिझक नहीं करता।
समस्या से निपटने के उपाय
इस समस्या से निपटने के लिए सरकार और समाज को मिलकर ठोस कदम उठाने होंगे, विशेषकर विंध्य क्षेत्र जैसे क्षेत्रों में, जहां नशे की समस्या बढ़ती जा रही है। समाज कल्याण विभाग को प्रभावी योजनाएं बनाकर लागू करनी होंगी और जागरुकता अभियान चलाने होंगे। कुछ आवश्यक कदम इस प्रकार हो सकते हैं…
मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरुकता और काउंसलिंग सेंटरों की स्थापना – समाज के हर स्तर पर मानसिक स्वास्थ्य और नैतिकता के प्रति जागरुकता फैलाने के लिए काउंसलिंग सेंटरों की स्थापना आवश्यक है, जो गांव-गांव तक पहुंच सके। युवाओं में मानसिक विकारों के इलाज की जागरुकता बढ़ाई जानी चाहिए और उन्हें नैतिक मार्गदर्शन उपलब्ध कराना चाहिए।
नशा मुक्ति अभियान – नशा मुक्ति अभियानों को कड़े और व्यापक बनाकर प्रभावी तरीके से लागू किया जाना चाहिए। समाज कल्याण विभाग द्वारा नशे के विरुद्ध कड़े कानून और अधिकतम सहायता केंद्रों की स्थापना जरूरी है। इसके अलावा, नशे के दुष्प्रभावों के प्रति जनजागरुकता फैलाने के लिए व्यापक अभियान चलाने चाहिए।
स्कूलों और कॉलेजों में नैतिक और जीवन कौशल शिक्षा – युवाओं में मानसिक और नैतिक विकास के लिए स्कूलों में जीवन कौशल और नैतिक शिक्षा की अनिवार्यता होनी चाहिए। मानसिक स्वास्थ्य पर केंद्रित कार्यक्रम, खेलकूद को प्रोत्साहन और जीवन में सकारात्मक दृष्टिकोण पर जोर देने से युवाओं के मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर किया जा सकता है।
ये भी पढ़ें…छतरपुर में दलित महिला सरपंच से मारपीट: रास्ता ठीक न करवाने पर घर में घुसे गांव के दबंग, जानें पूरा मामला!