हाइलाइट्स
-
रीवा बोरवेल हादसे में बड़ा अपडेट
-
मयंक की मौत पर सरकार का एक्शन
-
पुलिस ने खेत मालिक को किया गिरफ्तार
Rewa News: रीवा जिले के त्योंथर विधानसभा क्षेत्र के मनिका गांव में हुई दर्दनाक घटना ने पूरे मध्यप्रदेश को हिलाकर रख डाला। बता दें कि यहां खुले बोरवेल की वजह से एक 6 साल के मासूम मयंक की मौत हो गई।
घटना को लेकर नाराजगी जाहिर करते हुए सीएम मोहन यादव ने सख्त तेवर दिखाए। जिस जमीन पर बोरवेल था, उस खेत मालिक के खिलाफ पुलिस ने धारा 304 के तहत मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया है।
खुले बोरवेल पर कार्रवाई: रीवा में मयंक की मौत पर एक्शन, खेत में खुला छोड़ा बोरवेल, पुलिस ने खेत मालिक को किया गिरफ्तारhttps://t.co/tQ3SE2r3tP#rewanews #rewaborewellaccident #farmowner #arrestedinrewa #borewell #accident #mpnews #madhyapradesh pic.twitter.com/l2FoJyiyB4
— Bansal News (@BansalNewsMPCG) April 16, 2024
CEO और पीएचई SDO को तत्काल किया था निलंबित
हादसे के बाद लगातार 45 घंटे तक रेस्क्यू चलाया गया। JCB से खुदाई भी की गई, लेकिन बच्चे को नहीं बचा पाए। सीएम मोहन यादव ने जनपद CEO और त्योंथर पीएचई SDO को तत्काल निलंबित करने के निर्देश दिए थे।
इसके साथ ही रोजगार सहायक को बर्खास्तगी और PCO को शोकॉज नोटिस भेजा गया है। वहीं आज जमीन मालिक को गिरफ्तार कर लिया गया है।
CM मोहन यादव ने की आर्थिक मदद
CM मोहन यादव ने मयंक के परिजनों को रेडक्रॉस की तरफ से 4 लाख की आर्थिक सहायता राशि प्रदान की है। इसके साथ ही मामले में जवाबदेही तय करते हुए जनपद CEO और त्योंथर पीएचई SDO को तत्काल निलंबित करने के निर्देश दिए थे।
बीते 3 दिन पहले 6 साल का मासूम मयंक (Rewa News) खुले बोरवेल में गिर गया था। जिसका रेस्क्यू प्रशासन ने करीब 45 घंटे किया, अथक प्रयासों के बाद भी जिला प्रशासन और NDRF-SDRF की टीम मयंक की जान बचाने में विफल रही।
जब मयंक का बोरवेल से बाहर निकाल कर अस्पताल ले जाया गया तो डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
ये भी पढ़ें: प्यार में मिला धोखा: लॉ की स्टूडेंट ने बॉयफ्रेंड के सामने किले से कूदकर दी जान, पापा ने कहा- युवक ने ही दिया धक्का
बोरवेल को खुला न छोड़ें
असुरक्षित बोरवेल खेत में था, जिसके कारण मासूम मयंक की जान गई। इसको लेकर खेत मालिक के खिलाफ 304 का मामला दर्ज कर गिरफ्तारी की गई। मामले में पुलिस लगातार पूछताछ कर रही है।
पुलिस ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि असुरक्षित बोरवेल को खुला हुआ न छोड़े। अगर आप उसे व्यवस्थित करने में सक्षम नहीं हैं, तो जिला प्रशासन आपकी पूरी मदद करेगा, ताकि किसी मासूम की जान ऐसे असुरक्षित बोरवेल की वजह न जाए।