Parliament Security Breach: बीते दिन संसद सुरक्षा में हुई बड़ी चूक के बाद अब गृह मंत्रालय (Home Ministry) ने बड़ा फैसला लिया है। जिसके अनुसार अब संसद की सुरक्षा दिल्ली पुलिस नहीं, बल्कि CISF करेगी।
यानि अब संसद के चप्पे-चप्पे पर CISF की नजर रहेगी। आपको बता दें बीते दिनों से संसद की सुरक्षा (Parliament Security) में संसद में भी काफी हंगामा चल रहा है। इस मामले में अभी तक 143 सांसद सस्पेंड हो चुके हैं।
संसद से विजय चौक तक पैदल मार्च
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ (Vice President Jagdeep Dhankhar) की मिमिक्री के मामले पर सियासत तेज हो गई है। बीजेपी विपक्ष को घेर रही है। इसी के चलते संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान आज 21 दिसंबर को विपक्ष के सांसदों ने पुरानी संसद से विजय चौक तक पैदल मार्च निकाला। इस दौरान खड़गे ने कहा कि सरकार संसद सुरक्षा चूक पर जवाब दे। बसपा सुप्रीमो मायावती (BSP Supremo Maya Wati) ने कहा कि संसद से विपक्ष के सांसदों का निलंबन ठीक नहीं है। तो वहीं उन्होंने उपराष्ट्रपति और राज्यसभा सभापति जगदीप धनखड़ की मिमिक्री को दुर्भाग्यपूर्ण बताया। कांग्रेस ने कल 22 दिसंबर को जंतर-मंतर पर प्रदर्शन करने की बात कही है।
सीआईएसएफ (CISF) संभालेंगे जिम्मेदारी
बीते दिन संसद सुरक्षा मामले में हुई चूक के बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय ने बड़ा फैसला लेते हुए संसद की सुरक्षा की जिम्मेदारी अब केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) को सौंप दी गई है। आपको बात दें अभी तक जहां दिल्ली पुलिस के जवान संसद की सुरक्षा संभाल रहे थे तो वहीं अब नए फैसले के बाद संसद भवन परिसर की व्यापक सुरक्षा की जिम्मेदारी संभालेंगे।
CISF, केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल का हिस्सा
सीआईएसएफ केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (CAPF) का एक हिस्सा है। ये न्यूक्लियर और एयरोस्पेस डोमेन (Nuclear and Aerospace Domain) के अंतर्गत आने वाले प्रतिष्ठानों, सिविलियन एयरपोर्ट और दिल्ली मेट्रो (Delhi Metro) की सुरक्षा का काम करती है।
आपको बता दें इसके अलावा दिल्ली में कई केंद्रीय मंत्रालयों के भवनों की सुरक्षा की जिम्मेदारी भी CISF के पास ही है। इस तरह सरकार के फैसले के बाद अब CISF के पास देश की सबसे सुरक्षित मानी जाने वाली इमारत की सुरक्षा की जिम्मेदारी भी आ गई है।
पहले होगा संसद भवन का सर्वे
सीआईएसएफ (CISF) द्वारा उप महानिरीक्षक अजय कुमार की अध्यक्षता में एक बोर्ड का गठन किया गया है। जो संसद भवन परिसर का व्यापक एवं सघन सर्वेक्षण करने के बाद CISF की सुरक्षा एवं अग्निशमन विंग (Fire Wing) की नियमित तैनाती करेगा।
सर्वेक्षण करने के निर्देश
जानकारी के अनुसार गृह मंत्रालय ने CISF के महानिदेशालय को बुधवार 20 दिसंबर को संसद भवन परिसर के व्यापक सर्वेक्षण के निर्देश दिए थे। CISF महानिदेशालय ने तुरंत ही यह बोर्ड गठित करने का निर्णय लिया।
बजट सत्र के पहले बदल सकती है व्यवस्था
ऐसी जानकारी सामने आ रही है कि संसद के बजट सत्र के पहले CISF को संसद की सुरक्षा व्यवस्था (Parliament Security Breach) की कमान मिल सकती है।
संसद का स्टॉफ ही बनाएगा पास
भले ही सुरक्षा व्यवस्था की जिम्मेदारी (Parliament Security Breach) बदल दी गई हो। लेकिन विजिटर्स के लिए पास बनाने का काम फिलहाल संसद के स्टॉफ द्वारा ही किया जाएगा।
क्या था मामला
आपको बता दें 13 दिसंबर को लोकसभा के सदन में दर्शक दीर्घा से दो युवक अंदर कूद गए थे। जिसके बाद संसद भवन परिसर की सुरक्षा व्यवस्था पर एक बड़ा सवाल खड़ा हो गया था। जिसके चलते सरकार ने संसद की सुरक्षा व्यवस्था (Parliament Security Breach) की व्यापक समीक्षा करते हुए ये फैसला किया है।