खांसी, सर्दी और मौसमी बीमारियों की तरह रह जाएगा कोरोना, फिलहाल एहतियात की जरूरत

नई दिल्ली: कोरोना वायरस का संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है। लेकिन शोधकर्ताओं ने दुनिया को एक राहत भरी खबर सुनाई है। शोधकर्ताओं के अध्ययन के अनुसार उन्होंने बताया कि कुछ दिनों ऐसे आएंगे जब लोगों की हर्ड इम्युनिटी विकसित हो जाएगी और कोरोना सिर्फ वायरल बुखार, मैसमी बुखार व सर्दी, खांसी की तरह रह जाएगा। लेकिन मौजूदा समय में फिलहाल लोगों को कोरोना को सिरियस लेना होगा और एहतियात बरतने होंगे।
हर्ड इम्युनिटी विकसित होने पर कम हो जाएगा कोरोना का प्रभाव
एक हेल्थ पत्रिका में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक, जब हर्ड इम्युनिटी सम-शीतोष्ण जलवायु वाले क्षेत्रों में विकसित हो जाएगी तब कोरोना वायरस का प्रभाव भी कम हो जाएगा। बता दें कि सम-शीतोष्ण जोन में भारत समेत अमेरिका, कनाडा, जापान, न्यूजीलैंड, पश्चिम एशिया व उत्तरी अफ्रीका आदि आते हैं।
कोरोना के चलते बरतना होगा एहतियात
अध्ययन में शामिल लेबनान स्थित अमेरिकन यूनिवर्सिटी ऑफ बेरूत के डॉ. हसन जराकेट के अनुसार, ‘कोरोना वायरस अभी रहने वाला है। वर्षभर में इसकी कई लहरें आ सकती हैं। हालांकि, हर्ड इम्युनिटी विकसित होने के बाद इसका प्रभाव कम हो जाएगा। तब तक लोगों को शारीरिक दूरी, मास्क पहनना, निजी साफ-सफाई व समूह में इकट्ठा न होने जैसे एहतियाती उपायों को अपनाना होगा।’
भारत अभी Herd Immunity से दूर
विशेषज्ञों का मानना है कि जब किसी क्षेत्र विशेष की आधी आबादी में कोरोना के खिलाफ प्रतिरोधक क्षमता विकसित हो जाती है तो उसे हर्ड इम्युनिटी कहा जाता है। हालिया सीरो सर्वे की रिपोर्ट इशारा करती है कि भारत अभी हर्ड इम्युनिटी से दूर है।