हाइलाइट्स
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35 घंटे बाद रेस्क्यू खत्म, टीम के खाली हाथ
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8 लापता लोगों की तलाश नहीं हो सकी
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हादसे के बाद नहीं हुई एफआईआर: कांग्रेस
Bemetara Factory Blast Case: छत्तीसगढ़ के बेमेतरा के बोरसी में बारूद फैक्ट्री में ब्लास्ट की घटना को आज तीसरा दिन है। इस हादसे के बाद अभी भी 8 लोग लापता हैं। वहीं
NDRF, SDRF और आर्मी की रेस्क्यू टीम समेत अन्य दल ने रेस्क्यू का काम बंद कर दिया है। 35 घंटे रेस्क्यू करने के बाद भी लापता मजदूरों का पता नहीं चल सका है।
जबकि एक की मौत हो गई है, वहीं सात लोगों का अस्पताल में इलाज चल रहा है। इधर शनिवार और रविवार को पूरे दिन रेस्क्यू टीम ने मलबा हटाया और लापता मजदूरों की तलाश की, लेकिन अभी भी रेस्क्यू टीम के हाथ खाली है।
अभी तक यह पता नहीं चल पाया है कि मलबे में कितने लोग दबे हैं। इससे गायब मजदूरों के परिजनों और ग्रामीणों में आक्रोश है। इसके चलते रविवार को फैक्ट्री (Bemetara Factory Blast Case) के गेट पर जमकर हंगामा किया।
वहीं प्रशासन भी इस हादसे के बाद कुछ बताने को तैयार नहीं है। इससे ग्रामीणों में ज्यादा आक्रोश है।
लापता लोगों की तलाश में जुटी रेस्क्यू टीम के हाथ दो दिनों तक कुछ नहीं लगा है। हालांकि रविवार को मलबा हटा लिया गया है, लेकिन लापता लोग नहीं मिल पाए हैं।
जिनकी तलाश में रेस्क्यू टीम जुटी हुई है। ओडिशा से आई एनडीआरएफ और आर्मी की टीम यहां रेस्क्यू के साथ जांच कर रही थी। रेस्क्यू का काम खत्म हो गया है।
मलबे में मिले बॉडी पाट्स
छत्तीसगढ़ के बेमेतरा बोरसी में ब्लास्ट (Bemetara Factory Blast Case) मामले में रेस्क्यू का काम 35 घंटे बाद खत्म कर दिया गया है। रविवार को मलबा हटाते समय रेस्क्यू टीम को बॉडी पाट्स मिले हैं।
जिनकी पहचान होना मुश्किल है। मलबे में मिट्टी के साथ छोटे-छोटे टुकड़ों में मावन अंग देखकर रेस्क्यू टीम भी सन्न रह गई। मलबे में जो भी मानव अंग मिले हैं, अब उनका डीएनए टेस्ट किया जाएगा।
इसके आधार पर लापता लोगों की पहचान की जाएगी। बता दें कि अभी तक 8 मजदूरों के फैक्ट्री से लापता होने की बात सामने आई है।
जिनके बारे में किसी को कोई जानकारी नहीं है। उनके परिजन उनकी तलाश और उनकी हालत के बारे में जानने के लिए परेशान हो रहे हैं। इस मामले में जानकारी मिली है कि गायब मजदूरों के परिजनों ने बॉडी पाट्स लेने से मना कर दिया है। ऐसी स्थिति में प्रशासन के द्वारा डीएनए टेस्ट कराया जाएगा।
कंपनी वालों से भी कहेंगे मदद करें
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने बेमेतरा हादसे (Bemetara Factory Blast Case) पर दुख जताया है। उन्होंने कहा बेमेतरा ब्लास्ट हादसा बेहद दुखद हुआ है।
इस हादसे (Bemetara Factory Blast Case) में एक की मौत और 8 लोग लापता हो गए हैं। लापता लोगों का पता लगाया जा रहा है। पीड़ित परिवार को सहायता दी जा रही है।
मृतक परिवार को 5 लाख रुपए की सहायता और घायलों को 50 हजार रुपए की आर्थिक मदद की जा रही है। उन्होंने कहा कि इसके साथ ही हम कंपनी से भी बात करेंगे और उनसे कहेंगे कि वे भी आर्थिक मदद करें।
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अब तक नहीं हुई एफआईआर
बेमेतरा हादसे (Bemetara Factory Blast Case) को लेकर PCC चीफ दीपक बैज का बड़ा बयान सामने आया है। दीपक बैज ने बीजेपी सरकार पर आरोप लगाया कि हादसे के लिए पूरी तरह से राज्य सरकार जिम्मेदार है।
सरकार क्या छिपा रही, अब तक FIR दर्ज नहीं हुई है। संवेदना व्यक्त करने से सरकार की जिम्मेदारी खत्म नहीं हो जाती। मृतकों के परिवार वालों को तत्काल मुआवजा दिया जाए।
सोशल मीडिया पर संवेदना व्यक्त करने मात्र से सरकार की जिम्मेदारी खत्म नहीं होती। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने इस हादसे में मृतक और घायल लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त की है।
लापता लोगों को फैक्ट्री देगी 5-5 लाख
सीएम विष्णुदेव साय ने कहा है कि फैक्ट्री पीड़ितों की आर्थिक मदद करेगी। इसके बाद कलेक्टर रणबीर शर्मा ने इस संबंध में जानकारी दी कि 8 लोगों की अब तक कोई जानकारी नहीं मिली है। उन्हें खोजने के अलावा शिनाख्त की कोशिश की जाएगी। मानव अंगों का DNA टेस्ट के लिए भी हम कार्रवाई करेंगे। लापता लोगों के परिजन को फैक्ट्री 5-5 लाख रुपए देगी। इसको लेकर कलेक्टर ने फैक्ट्री प्रबंधन को राशि देने के निर्देश जारी किए हैं।