RBI Launch App: भारतीय रिज़र्व बैंक (आरबीआई) सरकारी प्रतिभूति बाजार में रिटेल इन्वेस्टर्स की भागीदारी को आसान बनाने के लिए जल्द ही एक मोबाइल ऐप पेश करेगा।
आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने शुक्रवार को चालू वित्त वर्ष की पहली मौद्रिक नीति समीक्षा पेश करते हुए यह प्रस्ताव किया है।
आरबीआई की रिटेल ‘डायरेक्ट स्कीम’ व्यक्तिगत निवेशकों को केंद्रीय के साथ गिल्ट खाते बनाए रखने और सरकारी प्रतिभूतियों में निवेश करने की सुविधा प्रदान करती है।
क्या है ‘डायरेक्ट स्कीम’ योजना ?
‘डायरेक्ट स्कीम’ योजना निवेशकों को प्राथमिक नीलामी में प्रतिभूतियों को खरीदने के साथ-साथ एनडीएस-ओएम मंच के जरिये प्रतिभूतियों को खरीदने/बेचने में सक्षम बनाती है। इस स्कीम को साल 2021 को लॉन्च किया गया था।
इस योजना के तहत इन्वेस्टर केंद्र सरकार की सभी सिक्योरिटीज के साथ साथ अलग-अलग राज्यों की सिक्योरिटीज के प्राइमरी इश्यूज को बिना कम्पटीशन के ऑफर या बोलियां कर सकते हैं.
इस योजना के तहत, व्यक्ति आरबीआई की ट्रेडिंग प्रणाली ‘एनडीएस ओएम’ के माध्यम से सेकेंडरी मार्केट तक भी पहुंच सकता है। इन्वेस्टर को ड्यू डेट्स पर भुगतान किए गए किसी भी ब्याज/परिपक्वता आय को उसके लिंक किए गए बैंक खाते में स्वचालित रूप से प्राप्त होगा।
रिटेल डायरेक्ट स्कीम लोगों को बिचौलिए की आवश्यकता के बिना सरकारी प्रतिभूतियों में आसानी से निवेश करने में मदद करती है। निवेशकों के लिए जी-सेक में पैसा लगाना आसान होगा।
क्या काम करेगा ऐप ?
RBI रिटेल डायरेक्ट अपनी योजना के लिए विशेष रूप से एक मोबाइल एप्लिकेशन जारी करेगा, जिससे निवेशक आसानी से भुगतान कर सकेंगे। 2021 में शुरू की गई इस योजना का उद्देश्य बिचौलियों की आवश्यकता के बिना सरकारी प्रतिभूतियों तक व्यक्तिगत निवेशकों की पहुंच को आसान बनाना होगा।
आरबीआई ने खुदरा निवेशकों के लिए सुविधा बढ़ाने और बाजार में तरलता बढ़ाने के लिए रिटेल डायरेक्ट पोर्टल के लिए एक मोबाइल ऐप पेश करने की योजना की घोषणा की।
निवेशक ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से केंद्रीय बैंक के साथ आसानी से रिटेल डायरेक्ट गिल्ट (आरडीजी) खाता खोल सकते हैं।