Ratlam News: रतलाम पुलिस ने MTFE (मेटावर्स फॉरेन एक्सचेंज ग्रुप इंक) क्रिप्टो करेंसी फ्रॉड केस में नागालैंड से एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए 12वीं पास आरोपी के बैंक अकाउंट से फ्रॉड के 5 करोड़ रुपए का ट्रांजेक्शन हुआ था। जब तक पुलिस इसकी तह तक पहुंची, तब तक आरोपी के खाते में सिर्फ 5 लाख रुपए ही मिले। फिलहाल रकम को फ्रीज कर दिया गया है।
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— Bansal News (@BansalNewsMPCG) August 28, 2024
266 लोगों से ठगे इतने करोड़ रुपए
आपको बता दें कि नागालैंड से पकड़ाए गए आरोपी किबोतो आई और उसके साथियों ने 266 लोगों से 1.43 करोड़ रुपए की ठगी की है।
आरोपी की फ्रॉड के केस में ये 10वीं गिरफ्तारी है। हर गिरफ्तारी के साथ गैंग का दायरा बढ़ता ही नजर आ रहा है। मामले में मणिपुर के 2 भाइयों के नाम भी सामने आए हैं, जिनकी गिरफ्तारी होना अभी बाकी है।
भारत के दूसरे पड़ोसी देशों में भी की ठगी
इस गैंग ने पाकिस्तान और बांग्लादेश समेत भारत के दूसरे पड़ोसी देशों को भी ठगी का शिकार बनाया है। ठग ने लोगों को क्रिप्टो करेंसी (वर्चुअल करेंसी) में इन्वेस्ट के नाम पर ठगा है।
रतलाम पुलिस का नागालैंड में विरोध
किबोतो आई की गिरफ्तारी में रतलाम पुलिस का विरोध भी देखने को मिला है। गिरफ्तारी के लिए रतलाम साइबर सेल प्रभारी अमित शर्मा, इंडस्ट्रियल एरिया थाना जावरा के सब इंस्पेक्टर राकेश मेहरा, विनोद माली और नामली थाना के हेड कॉन्स्टेबल राहुल जाट नागालैंड गए थे।
नागालैंड में जब रतलाम पुलिस (Ratlam News) ने स्थानीय पुलिस के साथ मिलकर आरोपी को पकड़ा तो वहां के लोगों ने इसका विरोध किया और पुलिस थाने को घेर लिया। इसके बाद रतलाम के SP ने वहां के कमिश्नर से चर्चा की। इसके बाद आरोपी को गिरफ्तार करके रतलाम लाया जा सका।
अच्छे रिटर्न का लालच देकर कराया इन्वेस्ट
आरोपी लोगों को अच्छे रिटर्न का लालच देकर इन्वेस्ट कराता था और उन्हें ठगी का शिकार बना लेता था। जावरा के रहने वाले सलीम खान ने 24 अगस्त 2023 को इंडस्ट्रियल एरिया थाने में केस दर्ज कराया। जिसमें कहा गया था कि मोहम्मद फैज उर्फ निक्कू, हुजेफा जम्माली बोहरा, आजम खान, आलोक पाल, वाजिद और वसीम ने इन्वेस्टमेंट के नाम पर 20 लाख 76 हजार की ठगी की है।
इसके बाद एक और शिकायत अशरफ अली की आई थी, जिसमें कहा गया था कि गोविंद सिंह और संदीप टांक ने 26 लाख 51 हजार रुपए की ठगी की है।
दोनों मामले में जब पुलिस ने जांच शुरू की तो पता चला कि दोनों ही मामले MTFE ऐप के जरिए लोगों से इन्वेस्टमेंट कराकर पैसा ठगा गया है। निवेश करने के बदले में क्रिप्टोकरेंसी के जरिए 30 फीसदी मासिक रिटर्न देने का लालच दिया गया। लोग आसानी से इसके झांसे में आ गए थे।
जालसाजों ने इस स्कीम के जरिए 1.43 करोड़ रुपए की ठगी की और फिर कंपनी बंद कर दी। पुलिस ने MTFE कंपनी के क्यूआर कोड- TRC-20 वॉलेट के एड्रेस को ढूंढ निकाला है।
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