Titanic Visuals Released: टाइटैनिक की कौन कहानी नहीं जानता। इस जहाज के डूबने पर फिल्म भी बन चुकी है। इस बीच टाइटैनिक का मलबा दिखाने वाला दुर्लभ वीडियो फुटेज जारी कर दिया गया है। वीडियो फुटेज 81 मिनट की है, जिसे एडिट नहीं किया गया है। इसे खोजकर्ताओं ने 1986 में शूट किया था। दरअसल, टाइटैनिक फिल्म की 25 एनिवर्सरी पर इसे रिलीज किया गया है।
बता दें कि वुड्स होल ओशनोग्राफिक इंस्टीट्यूशन (WHOI) ने फुटेज को समुद्र की सतह से लगभग 2 मील (3 किमी) नीचे शूट किया गया था। 1985 में खोजकर्ताओं को इसका मलबा मिलने के कुछ ही महीनों बाद ही इसे शूट किया गया। जारी फुटेज के अधिकांश हिस्सें को पहले जारी नहीं किया गया था। इससे पहले गोताखोरी के कुछ छोटे क्लिप दिखाए गए थे हैं, लेकिन अब YouTube पर टाईटेनिक के मलबे से जुड़े अनकट फुटेज का 80 मिनट का लंबा वीडियो रिलीज कर दिया गया है। फुटेज जारी करने के बाद डब्लूएचओआई (WHOI) का कहना है कि पहली बार इंसानों ने 1912 के बाद से दुर्भाग्यपूर्ण जहाज हादसे के मंजर को देखा है जिसमें कई वीडियो क्लिप्स शामिल हैं।
1985 में मिला डूबा हुआ जहाज
WHOI और फ्रेंच नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ ओशनोग्राफी की एक टीम ने 1 सितंबर, 1985 को कनाडा के न्यूफ़ाउंडलैंड के दक्षिण-पूर्व में डूबे हुए Titanic जहाज को दो टुकड़ों में टूटा हुआ पाया। जहाज का मलबा पानी के 12,400 फीट (3,780 मीटर) नीचे पाया गया था। जिसके बाद जुलाई 1986 में 11 डाइव कैमरों की मदद से मानव-कब्जे वाले सबमर्सिबल और एक छोटे से पोत पर फुटेज शूट किया गया था।
‘सिर्फ जूते मिले, मांस नहीं’
हालांकि जब जहाज के मलबे की जांच की गई तो उसपर से कोई मानव मांस या हड्डियाँ नहीं बची थीं, लेकिन फुटेज शूट करने वालों ने जूते देखे। जिसपर एक माँ और एक बच्चे के जूते भी शामिल थे। जिससे साफ स्पष्ट हो रहा था कि कि इस हादसे में कई मासूम की जान चली गई थी।
1912 में डूबा विशाल जहाज
साउथेम्प्टन, इंग्लैंड से न्यूयॉर्क के लिए अपनी पहली यात्रा पर निकला टाईटेनिक 14 अप्रैल, 1912 को अटलांटिक में एक हिमखंड से टकराया गया था। जिसके बाद जहाज के पानी में डूबने की वजह से उसपर बैठे 2200 लोगों में से 1,500 से अधिक लोगों की जान चली गई थी। इस हादसे ने दुनिया को स्तब्ध कर दिया। कहा जाता है कि अगर जहाज पर लाइफबोट्स की कमी नहीं होती तो कई और लोगों की जान बच सकती थी।