Rang Panchami 2 April : राधारानी को चढ़ेगा रंग

भोपाल। चैत्र का महीना यानि रंगों का त्योहार। Rang Panchami 2 April होली के बाद अब कृष्णपक्ष की पंचमी तिथि यानि 2 अप्रैल को रंग पंचमी का त्योहार मनाया जाएगा। इस दिन श्रीकृष्ण और राधारानी को रंग—गुलाल लगाया जाएगा। वैसे तो अधिकतर राज्यों में यह त्योहार बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है लेकिन खासतौर पर बुंदेलखण्ड के क्षेत्रों में इसे विशेष रूप से मनाया जाता है। कहते हैं इस दिन हवा में रंग—गुलाल उड़ाने से बुरी शक्तियों का नाश होता है।
पांच दिनी उत्सव का होगा समापन
होली की तरह रंग पंचमी का त्योहार भी बुराई को दूर करके गले मिलने का त्योहार है। जिस तरह रक्षाबंधन का त्योहार रक्षाबंधन से जन्माष्टमी तक मनाया जाता है इसी तरह होली का त्योहार भी होली से शुरू होकर रंग पंचमी तक माना जाता है। इसी के साथ पांच दिनी उत्सव का समापन हो जाएगा।
निकलती हैं टोलियां
रंग पंचमी पर मस्तों की टोलियां डोल नगाड़े के साथ निकलती हैंं। सभी मस्ती में रंग गुलाल उड़ाकर रंग पंचमी का त्योहार मनाते हैं। इस दिन हवा में रंगगुलाल उड़ाने का भी रिवाज है। कहते हैं इस दिन श्रीकृष्ण ने राधारानी के ऊपर रंग डाला था तभी से रंगपंचमी का त्योहार मनाया जाता है। वृंदावन और मथुरा में भगवान श्रीकृष्ण और राधारानी की विशेष पूजा की जाती है।
गाते हैं फागें
होली से लेकर रंगपंचमी तक गांव के पुरुष मंदिरों में फागे—गाते हैं। 4 से 5 लोगों की टोली ढोलक और मंजीरों के साथ होली की फागें गाते हैं। जिस घर में किसी की मृत्यु हो जाती है उस घर में जाकर रंग—गुलाल लगाकर और फागें गाकर परिजनों का दुख बांटने की कोशिश करते हैं।