Ram Mandir Ayodhya: अयोध्या में प्रभु श्रीराम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर देशभर से भक्तों की आस्था का सैलाब उमड़ रहा है। भक्तों में श्रद्धा का इतना भाव है कि दक्षिण भारत से भी राम भक्तों की भावनाएं अयोध्या में उमड़ रही है।
तमिलनाडु से पहुंचे पीतल के 42 घंटे
हाल ही में तमिलनाडु से पीतल के 42 घंटों को लेकर भक्तों का एक छोटा दल अयोध्या के लिए रवाना किया गया। 2 से ढाई टन वजनी इन घंटों की विदाई से पहले मंदिर में विशेष पूजा अर्चना का भव्य समारोह आयोजित हुआ।
हजारों श्रद्धालुओं ने घंटों की पूजा में शामिल होकर जय श्रीराम के उद्घोष के साथ दल को रवाना किया। भक्तों का मानना है कि ये घंटियां केवल राम मंदिर को ही सुशोभित नहीं करेगी बल्कि रामलला के आगमन के साथ ही घंटों की गूंज पूरी अयोध्या के वातावरण को पवित्र बनाएगी।
अयोध्या इतिहास रचने को तैयार
तमिलनाडु से 42 घंटे का छोटा दल जय श्री राम के उद्घोष के साथ अयोध्या राम मंदिर के लिए रवाना किया गया। रामभक्तों के आराध्य, मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम का भव्य मंदिर जल्दी ही रामलला के पावन चरणों को स्पर्श करने को आतुर है। आने वाली 22 जनवरी, 2024 को धर्म की नगरी अयोध्या इतिहास रचने को तैयार है, जब रामलला अपने मंदिर के गर्भगृह में विराजमान होंगे।
2 से 2.5 टन तक का वजन
इसी पवित्र संकल्प को मूर्त रूप देते हुए तमिलनाडु से राम मंदिर के लिए 42 घंटे लाए जा रहे हैं. ये घंटे जय श्री राम के उद्घोष के साथ अयोध्या के लिए रवाना हो चुका है। ये घंटियां 2 से 2.5 टन तक की वजनी है, जो मंदिर परिसर में अपने कर्णप्रिय स्वर से श्रीराम के दर्शन कर रहे भक्तों का मन मोह लेंगी।
संपूर्ण अयोध्या को पवित्र बनाएंगी घंटियाँ
घंटियों को विदाई देने के लिए भव्य समारोह का आयोजन हुआ। मंदिर में विशेष पूजा-अर्चना के बाद इन घंटियों को अयोध्या के लिए रवाना किया गया। भक्तों का मानना है कि ये घंटियां न केवल मंदिर को सुशोभित करेंगी, बल्कि रामलला के आगमन के साथ ही संपूर्ण अयोध्या को पवित्र बनाएंगी।
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