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Raksha Bandhan 2023: कैसे हुई रक्षाबंधन की शुरूआत, इन ग्रंथों में है वर्णित

क्या आप जानते हैं रक्षाबंधन (Raksha Bandhan 2023) की शुरूआत कैसे हुई। यदि नहीं तो हम आपको बता दें कि इसके पीछे एक पौराणिक कथा प्रचलित है। जिसके अनुसार पहली बार पत्नी ने पति को राखी बांधी थी।

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Preeti Dwivedi
Raksha Bandhan 2023: कैसे हुई रक्षाबंधन की शुरूआत, इन ग्रंथों में है वर्णित

नई दिल्ली। Raksha Bandhan 2023: रक्षाबंधन वैसे तो भाई-बहन का त्योहार है, लेकिन क्या आप जानते हैं इस पर्व की शुरूआत कैसे हुई। यदि नहीं तो चलिए आपको बता दें कि इसकी शुरूआत के पीछे एक पौराणिक कहानी प्रचलित है। जिसके अनुसार पहली बार पत्नी ने पति को राखी बांधी थी। इस साल रक्षा बंधन 2023 में 30 अगस्त को मनाया जाएगा।

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कैसे हुई रक्षाबंधन की शुरूआत (Raksha Bandhan 2023)

क्या आपको पता कि रक्षाबंधन की शुरूआत कैसे हुई थी। यदि नहीं तो आपको बता दें कि पति-पत्नी के रिश्ते से एक पर्व की शुरूआत हुई थी।

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भविष्य पुराण में राखी की शुरूआत का जिक्र

रक्षाबंधन के त्योहार की शुरूआत को लेकर कई पौराणिक कथाएं प्रचलित हैं। इन्हीं में से एक है भविष्य पुराण। जिसमें पत्नी द्वारा पति को राखी बांधे जाने की कहानी का जिक्र किया गया है। भविष्य पुराण हिंदू धर्म के पुराणों में से एक पुराण है। संस्कृत में लिखित इस भविष्य पुराण के अनुसार एक बार देवताओं ओर राक्षसों के बीच युद्ध हुआ था, लेकिन इस युद्ध में रक्षसों के सामने देवता हारने लगे, तो देवराज इंद्र के प्राणों की रक्षा करना मुश्किल हो गया। ऐसे में इंद्र की पत्नी शचि ने ध्यान लगाना शुरू कर दिया। शचि को ध्यान करने पर उन्हें रक्षासूत्र प्राप्त हुआ। रक्षासूत्र मिलते ही शचि ने अपने पति इंद्र की रक्षा के लिए उनकी कलाई पर रक्षासूत्र को बांध दिया।

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इंद्र की कलाई पर रक्षासूत्र बंधते ही उनकी शक्ति दोगुनी हो गई और देवताओं ने राक्षसों पर विजय पाई। पुराण के अनुसार जिस दिन शचि ने इंद्र को रक्षासूत्र बांधा था उस दिन सावन महीने की पूर्णिमा थी। उसी दिन से रक्षाबंधन (Raksha Bandhan 2022) का यह त्योहार मनाया जाने लगा।

 रक्षाबंधन 2023 (Raksha Bandhan 2023 Date-Time) 

 रक्षाबंधन तिथि – 30 अगस्त

पूर्णिमा तिथि प्रारंभ – 30 अगस्त को सुबह 10 के बाद

पूर्णिमा तिथि समाप्ति – 31 अगस्त सुबह 7.33

नोट: इस लेख में दी गई जानकारी सामान्य सूचनाओं पर आधारित है। बंसल न्यूज इसकी पुष्टि नहीं करता। अमल में लाने के लिए विशेषज्ञ की सलाह जरूर ले लें।

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