Rajya Sabha : कांग्रेस के अध्यक्ष पद के लिए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे राज्यसभा से इस्तीफा दे चुके है। अध्यक्ष चुनाव में खड़गे और शशि थरूर के बीच कड़ी टक्कर बताई जा रही है। हालांकि माना जा रहा है कि गांधी परिवार खड़गे को राज गद्दी देने के पक्ष में है। इसी के चलते खड़गे का पल्ला भारी नजर आ रह है। वही राज्यसभा से विपक्ष के नेता के पद से खड़गे के इस्तीफे के बाद कौन अगला विपक्ष का नेता होगा इसकी चर्चा तेज हो गई है।
दो नेताओं के नाम चर्चा में!
राज्यसभा में विपक्ष के नेता पद को लेकर दो दावेदारों का नाम मजबूती से उभरकर सामने आए हैं। नेता विपक्ष पद के लिए पी चिदंबरम और दिग्विजय सिंह के बीच मुकाबला हो सकता है। कांग्रेस सूत्रों का मानना है कि अध्यक्ष पद की रेस से हटने के बाद दिग्विजय की स्थिति चिदंबरम के मुकाबले ज्यादा मजबूत दिख रही है। खड़गे से पहले गुलाम नबी आजाद करीब सात साल तक राज्यसभा में नेता विपक्ष के पद पर थे। राज्यसभा सदस्य के रूप में उनका कार्यकाल समाप्त होने के बाद यह महत्वपूर्ण जिम्मेदारी खड़गे को सौंपी गई थी। लेकिन खड़गे के इस्तीफे के बाद नए नेता को लेकर चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है। राज्यसभा में विपक्ष के नेता के पद के लिए पी चिदंबरम और दिग्विजय सिंह का नाम चर्चाओं में प्रमुख रूप से है। वैसे इस पद के लिए जयराम रमेश,मुकुल वासनिक और प्रमोद तिवारी के नाम भी चर्चाओं में हैं।
दिग्गी क्यों मजबूत।
चिदंबरम की राह में सबसे बड़ी मुश्किल उनका दक्षिण भारत से जुड़ा होना है। कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव में खड़गे का चुना जाना तय माना जा रहा है और ऐसे में अध्यक्ष और नेता विपक्ष दोनों पद दक्षिण भारत के हो जाएंगे। संगठन महामंत्री केसी वेणुगोपाल का रिश्ता भी दक्षिण भारत के केरल राज्य से है। लोकसभा में नेता विपक्ष के पद पर अधीर रंजन चौधरी हैं जो कि पश्चिम बंगाल से चुने गए हैं। कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि इस कारण पार्टी की ओर से उत्तर भारत के दिग्विजय सिंह को नेता प्रतिपक्ष बनाए जाने की पूरी उम्मीद है।