भोपाल: पूर्व सीएम उमा भारती का ट्वीट ने केन्द्रीय पुरातत्व विभाग के फैसले से जुड़ी खबर का जिक्र किया है।उन्होंने ट्वीट कर जानकारी दी कि,’पुरातत्व विभाग सभी संरक्षित पुराने मंदिरों को खोल सकते हैं’।’पूजा-पाठ करने की अनुमति देने की दिशा में निर्णय ले सकते हैं,यह रायसेन के किले के शिवजी की महाविजय होगी।मंदिर के इतिहास को याद करते हुए उन्होंने लिखा है ‘राजा पूरनमल, उनका परिवार, उनके सैनिक, उनकी जौहर में शहीद हो गईं ‘जीवन संगिनियों के लिए किया गया तर्पण काम आयेगा।
काम हो गया तो चढ़ाउंगी जल
उमाभारती ने आंगे कहा कि, गंगोत्री से लाया गंगा-भागीरथी जल कलश रायसेन कलेक्टर के पास रखा है।अगर सब कुछ ठीक रहा और राज्य सरकार अपनी औपचारिकताएं पूर्ण कर लेगी’
शिव मंदिर, विदिशा का विजय मंदिर में जल चढ़ाउंगी।भक्तों की शिवभक्ति का महाअभिनंदन, महादेव का डमरू बज उठेगा’
1. मध्यप्रदेश के एक प्रतिष्ठित समाचार-पत्र, नवदुनिया में मैंने यह खबर देखी कि केन्द्रीय पुरातत्व विभाग सभी संरक्षित पुराने मंदिरों को खोलकर पूजा-पाठ करने की अनुमति देने की दिशा में निर्णय ले सकते हैं।
— Uma Bharti (@umasribharti) May 22, 2022
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जानिए प्रशिद्ध शिव मंदिर के बारे में
यहां आपको बता दें कि रायसेन किले पर स्तिथ प्राचीन 11वीं सदी के सोमेश्वर धाम शिव मंदिर में देश की आजादी के बाद से ताला लगा हुआ है। यह देश का एक मात्र ऐसा शिवालय है जो साल में केवल 12 घंटों के लिए शिवरात्रि के दिन खोला जाता हैं। पुरातत्व विभाग अपने नियमों का हवाला देकर मंदिर को पूजन के लिए बंद किये हुए हैं। वहीं आज तक किसी सरकार ने यहां से ताला खोलने का साहस नहीं जुटाया। जबकि रायसेन के शिव भक्त श्रद्धालु हर साल यह मांग शासन प्रशासन से करते आ रहे हैं कि उन्हें मंदिर में रोजाना पूजा के लिए अनुमति दी जाए।
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