Raipur Transformer Blast Update: छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के ट्रांसफार्मर गोदाम ब्लास्ट की जांच रिपोर्ट सामने आ गई है. रिपोर्ट में कहा गया है कि अधिकारी-कर्मियों की लापरवाही से दुर्घटना घटी थी. इसको लेकर 8 अफसर-कर्मचारियों को नोटिस भी जारी किया गया है.
जांच रिपोर्ट में बताया गया कि आग एलटी खंभें के नजदीक की सूखी और हरी घास औक झाड़ियों से शुरू होकर ऑयली जमीन व स्टोर परिसर में रखे केबल ड्रमों, पुराने और नए ट्रांसफार्मरों में तेजी से फैल गई.
50 करोड़ के ट्रांसफार्मर जलकर हो गए थे खाक
बता दें कि 5 अप्रैल को रायपुर के गुढ़ियारी में इस हादसा में 50 करोड़ के ट्रांसफार्मर जलकर खाक हो गए थे. पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी के क्षेत्रीय भंडार गृह में आग लगी थी. जिसके बाद सीएम साय ने घटना की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए थे. आग बुझाने का कोई प्रयास नहीं किया गया था.
आग लगने के दौरान स्टोर का कोई कर्मचारी नहीं था मौजूद
जांच रिपोर्ट में बताया गया कि आग लगने के दौरान स्टोर का कोई भी नियमित कर्मचारी मौजूद नहीं था. घटना के दिन सुबह 6 बजे से 2 बजे तक ही शिफ्ट ड्यूटी में नियमित कर्मचारी अभिषेक अवधिया की ड्यूटी थी, लेकिन वह भी बना किसी को सूचना दिए अनुपस्थित हो गया. अधिकारी-कर्मियों के बयानों से पता चलता है कि स्टोर परिसर में उगी घास, झाड़ियों की नियमित कटाई और कटी हुई घास-झाडियों का निस्तारण नहीं होने के कारण दुर्घटना घटी.
8 अधिकारी-कर्मचारियों को नोटिस
इस मामले में कार्यपालन यंत्री अजय कुमार गुप्ता, परिचायक अभिषेक अवधिया, स्टोर कीपर बंसत कुमार देवांगन, सहायक यंत्री दिनेश कुमार सेन, कार्यपालन यंत्री अमित कुमार, सहायक यंत्री नवीन एक्का, कनिष्ठ यंत्री अभिषेक गहरवार, कनिष्ठ यंत्री नरेश बघमार को नोटिस जारी किया गया है.
जांच समिति ने दिया ये सुझाव
जांच समिति ने भंडार गृह संचालन के लिए वैकल्पिक व्यवस्था करने का सुझाव दिया है. कहा गया है कि स्टोर के पुर्नसंचालन किसी फायर प्रोटेक्शन विशेषज्ञ, एजेंसी से ड्राइंग डिजाइन व फायर प्रोटेक्शन प्रणाली संबंधी सलाह, अनुशंसा के आधार पर किया जाना चाहिए.
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