Raipur South Assembly By-Election: रायपुर दक्षिण उपचुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी के अपने उम्मीदवार के नाम का ऐलान कर दिया है। पूर्व सांसद सुनील सोनी को यहां से टिकट दिया गया है। रायपुर से दिल्ली तक गहन चर्चा होने के बाद इस नाम पर सहमति बनी है। यह भी कहा जा रहा है कि सांसद बृजमोहन अग्रवाल की पसंद को पार्टी ने प्राथमिकता दी है।
बता दें कि यहां मतदान 13 नवंबर को होगा और परिणाम 23 नवंबर को घोषित किए जाएंगे। नामांकन की प्रक्रिया 18 अक्टूबर से शुरू होगी, और चुनाव आयोग के अनुसार, नामांकन की अंतिम तिथि 25 अक्टूबर है। इसके बाद 28 अक्टूबर को नामांकन पत्रों की स्क्रूटनी होगी, और नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि 30 अक्टूबर है।
कौन हैं बीजेपी के उम्मीदवार सुनील सोनी?
छत्तीसगढ़ के रायपुर दक्षिण सीट से बीजेपी के उम्मीदवार सुनील सोनी दो बार रायपुर के महापौर रह चुके हैं। उन्होंने संगठन के कई पदों पर भी कार्य किया है। लंबे समय तक नगर निगम के मेयर रहे सुनील सोनी ने 17वीं लोकसभा चुनावों में बड़े अंतर से जीत हासिल कर संसद में अपनी जगह बनाई। उनकी राजनीतिक यात्रा गली-मोहल्ले की राजनीति से शुरू हुई।
सुनील सोनी का जन्म 28 नवंबर 1961 को रायपुर के एक निम्न मध्यम वर्गीय परिवार में हुआ। वे कंवर लाल सोनी और रुक्मणी देवी सोनी की सबसे छोटी संतान हैं। उनके पिता सोने-चांदी की कटिंग और रोलिंग का काम करते थे।
कॉलेज सचिव पद के लिए लड़ा चुनाव
सुनील ने मैट्रिक के बाद दुर्गा कॉलेज में दाखिला लिया, जहां उनकी राजनीति में रुचि बढ़ी। उनके पिता राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सदस्य थे, जिससे सुनील का संघ, विद्यार्थी परिषद और भाजपा से जुड़ाव हुआ।
दुर्गा कॉलेज में बीकॉम के दौरान उन्होंने कॉलेज सचिव पद के लिए चुनाव लड़ा, लेकिन हार गए। एम.कॉम करते समय अध्यक्ष पद के लिए भी चुनाव में असफल रहे। 1983 में उन्होंने अध्यक्ष पद के लिए फिर से चुनाव लड़ा। आर्थिक रूप से कमजोर होने के बावजूद, छात्राओं के जबरदस्त समर्थन के चलते उन्होंने चुनाव जीत लिया।
बृजमोहन के करीबी बन गए
जब सुनील सोनी राजनीति में आए, तब बृजमोहन अग्रवाल छात्र राजनीति में एक प्रमुख नाम थे। उनकी समृद्धि और खर्चीले तरीके सुनील के लिए चुनौतीपूर्ण थे, लेकिन धीरे-धीरे वे भी अपनी पहचान बनाने में सफल हुए। एक समय ऐसा आया कि वे बृजमोहन के बहुत करीबी बन गए, और उन्होंने बृजमोहन के पांच विधानसभा चुनावों का संचालन भी किया।
सत्रहवीं लोकसभा के लिए हुए निर्वाचित
सुनील सोनी भाजपा जिला कमेटी से जुड़े और रायपुर नगर निगम में पार्षद चुने जाने के बाद 2000 से 2003 तक सभापति रहे। इसके बाद, 2004 से 2010 तक रायपुर नगर निगम के महापौर रहे। 2011 से 2013 तक उन्होंने रायपुर डेवलपमेंट अथॉरिटी के अध्यक्ष का पद संभाला। 2014 में, वे भाजपा संगठन में प्रदेश उपाध्यक्ष बने और मई 2019 में सत्रहवीं लोकसभा के लिए निर्वाचित हुए।
ये भी थे रायपुर दक्षिण से टिकट के प्रमुख दावेदार
- नंदन जैन – प्रदेश कोषाध्यक्ष, संघ की पृष्ठभूमि से जुड़े हैं।
- नरेश गुप्ता – प्रदेश कार्यालय प्रभारी, वे भी संघ की पृष्ठभूमि से आते हैं।
- केदार गुप्ता – पार्टी के सक्रिय प्रवक्ता और पर्यटन मंडल के पूर्व उपाध्यक्ष, वे ग्रामीण और उत्तर सीट से भी दावेदारी कर चुके हैं।
- संजय श्रीवास्तव – प्रदेश महामंत्री, निगम सभापति और आरडीए अध्यक्ष रह चुके हैं, और उत्तर सीट से भी दावेदारी कर चुके हैं।
- अमित साहू – प्रदेश प्रवक्ता, भाजयुमो के पूर्व अध्यक्ष, पश्चिम और ग्रामीण सीट से दावेदारी कर चुके हैं, ओबीसी वर्ग से साहू समाज से आते हैं।
- अनुराग अग्रवाल – प्रदेश सह-मीडिया प्रभारी हैं।
- मृत्युंजय दुबे – कई बार के पार्षद, महापौर के चुनाव में भी भाग ले चुके हैं।
- मीनल चौबे – निगम में नेता-प्रतिपक्ष, पश्चिम सीट से दावेदारी कर चुकी हैं।
इसके अलावा, उज्जवल दीपक और सांसद बृजमोहन के करीबी मनोज शुक्ला भी दावेदारों में शामिल थे।
नामांकन प्रक्रिया शुरू
बता दें कि रायपुर दक्षिण विधानसभा उप निर्वाचन 2024 (Raipur South Assembly By-Election) के लिए नामांकन प्रक्रिया 18 अक्टूबर से शुरू हो गई है। पहले दिन आठ प्रत्याशियों ने नामांकन आवेदन पत्र खरीदे। संभावित उम्मीदवारों को 19 अक्टूबर को भी नामांकन आवेदन खरीदने की अनुमति मिलेगी, और वे भरे हुए नामांकन पत्रों को रिटर्निंग ऑफिसर के समक्ष जमा कर सकते हैं।
21 जून को खाली हुई थी ये सीट
रायपुर दक्षिण विधानसभा सीट को 21 जून को रिक्त घोषित किया गया था। इस सीट से भाजपा के बृजमोहन अग्रवाल विधायक चुने गए थे, जिन्होंने 17 जून को विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दिया था।
यह भी पढ़ें: लोहारीडीह मामला: क्या डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने दी ग्रामीणों को धमकी? पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने कहा- अंधेरी रात में…