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Raipur Light Metro: छत्तीसगढ़ में लाइट मेट्रो परियोजना को हरी झंडी मिल गई है। रायपुर से दुर्ग-भिलाई के बीच रशियन टेक्नोलॉजी से मेट्रो ट्रेनें चलेंगी। मॉस्को में हुए इंटरनेशल ट्रांसपोर्ट मीट में रायपुर निगम और रूस सरकार के बीच एमओयू पर हस्ताक्षर हुए हैं।
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मॉस्को में रायपुर निगम और रूस सरकार के बीच एमओयू[/caption]
रायपुर (Raipur Light Metro) के महापौर एजाज ढेबर ने कहा कि रूसी विशेषज्ञ जल्द ही रायपुर आएंगे और ज्वाइंट वेंचर में काम किया जाएगा। उन्होंने बताया कि रूसी टीम पहले रायपुर आएगी और शहर का सर्वेक्षण करेगी। इसके अलावा, इलेक्ट्रिक सिटी बसों के संचालन के लिए सुझाव भी देगी।
रायपुर के स्काई-वॉक का भी निरीक्षण करेगी रूसी टीम
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ढेबर ने बताया कि रूसी टीम रायपुर के स्काई-वॉक का भी निरीक्षण करेगी और यह देखेगी कि क्या इसमें लाइट मेट्रो चलाई जा सकती है। उन्होंने कहा कि मॉस्को के ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर और मेयर ने चार बिंदुओं पर एमओयू पर हस्ताक्षर किए हैं, जो रायपुर शहर के लिए बड़ी उपलब्धि होगी।
मेयर ने कहा कि सरकार को राजनीतिक दलगतता से ऊपर उठकर इस परियोजना पर ध्यान देना चाहिए, क्योंकि इससे शहर की ट्रैफिक समस्या दूर हो जाएगी और बेहतर ट्रांसपोर्टेशन सिस्टम तैयार होगा।
तीन साल के प्रयासों के बाद मिली सफलता
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रायपुर के मेयर एजाज ढेबर ने बताया कि वे 2022 से रायपुर में ट्रैफिक व्यवस्था सुधारने और लाइट मेट्रो परियोजना के लिए रूस से संपर्क में थे। उन्होंने कहा कि तीन साल के प्रयासों के बाद आज उन्हें सफलता मिली है।
मेयर ने कहा कि रूस में दुनिया का सबसे आधुनिक पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम है, जिसका इस्तेमाल रायपुर की ट्रैफिक व्यवस्था और पब्लिक ट्रांसपोर्ट को बेहतर बनाने में किया जा सकता है।
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उन्होंने बताया कि मॉस्को की सार्वजनिक परिवहन प्रणाली को दुनिया की सबसे कुशल प्रणाली माना गया है, जिसमें 2,000 से अधिक कैमरों और 3,700 से ज्यादा सेंसर के साथ पब्लिक ट्रांसपोर्ट को हैंडल किया जाता है।
बैटरी से संचालित होती हैं ट्रेनें
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रूस में चलने वाली ट्रेनें बैटरी से संचालित होती हैं और इसमें 8 बोगियां होती हैं। यह ट्रेन एलिवेटेड रूट पर चलती है, जिसमें सड़कों पर पिलर लगाकर हल्की पटरियां बिछाई जाती हैं। एक बार में 1 हजार से अधिक लोग बैठ पाते हैं और ट्रेन में एयर कंडीशनर, वाईफाई जैसी सुविधाएं भी होती हैं।
रायपुर में मेट्रो ट्रेन की तर्ज पर लाइट मेट्रो चलाने का प्रोजेक्ट लगभग 400-500 करोड़ रुपए का बताया जा रहा है। हालांकि तकनीक पक्ष समझने के बाद बजट की स्वीकृति सरकार से लेने की प्रक्रिया होगी। निगम इसमें अपनी आय और विदेशी निवेश की संभावनाओं पर भी विचार कर रहा है।
मास्को में अंतरराष्ट्रीय परिवहन शिखर सम्मेलन
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21 से 25 अगस्त तक अंतरराष्ट्रीय परिवहन शिखर सम्मेलन आयोजित[/caption]
रूस के मास्को शहर में 21 से 25 अगस्त तक अंतरराष्ट्रीय परिवहन शिखर सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है। यह सम्मेलन वोज़न्सन्स्की लेन में आयोजित किया गया है, जिसका आयोजन मास्को के परिवहन और सड़क बुनियादी ढांचे विकास विभाग और मास्को के विदेशी आर्थिक और अंतरराष्ट्रीय संबंध विभाग मिलकर कर रहे हैं।
इस सम्मेलन में लगभग 150 देशों के शहरों के मेयर, परिवहन मंत्री और कई परिवहन कंपनियों के सीईओ भाग ले रहे हैं। यह सम्मेलन परिवहन क्षेत्र में नवाचार और विकास के अवसरों पर चर्चा करने के लिए एक मंच प्रदान करेगा।
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