हाइलाइट्स
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हाई-प्रोफाइल पार्टियों में ड्रग्स सप्लाई
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नाइजीरियन गिरोह से सीधा कनेक्शन
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बैंक खाते में करोड़ों का लेन-देन
Raipur Drugs Queen Case: रायपुर की रहने वाली नव्या मलिक (Navya Malik) का नाम इन दिनों पूरे प्रदेश और देशभर में चर्चा का विषय बना हुआ है। मुंबई से गिरफ्तारी के बाद उसकी गिरफ्तारी ने रायपुर से लेकर दिल्ली और पंजाब तक के ड्रग्स नेटवर्क (Drugs Network) की पोल खोल दी है। पुलिस जांच में सामने आया है कि वह न सिर्फ कुलीन घरों (Elite families) के बच्चों से जुड़ी हुई थी, बल्कि कई उद्योगपतियों, कारोबारियों, अधिकारियों और राजनीतिक चेहरों से उसके सीधे रिश्ते रहे हैं।
हाई-प्रोफाइल लाइफस्टाइल और ड्रग्स सप्लाई का काला कारोबार
कटोरा तालाब निवासी 30 वर्षीय नव्या ने इंटीरियर डिजाइनिंग (Interior Designing) की पढ़ाई की थी और बाद में फैशन डिजाइन व इंटीरियर के क्षेत्र में कारोबार शुरू किया। इसी दौरान उसकी मुलाकात रायपुर और बाहर के कई प्रभावशाली कारोबारियों से हुई। धीरे-धीरे यही नेटवर्क उसके लिए ड्रग्स सप्लाई (Drugs Supply) का बड़ा रास्ता बन गया।
पुलिस के मुताबिक, नव्या दिल्ली, पंजाब और हरियाणा से डिमांड पर ड्रग्स मंगाती थी और उन्हें रायपुर, मुंबई, गोवा और दिल्ली की हाई-प्रोफाइल पार्टियों में सप्लाई करती थी। वीआईपी रोड के लगभग हर होटल, क्लब और पब में उसकी मौजूदगी देखी जाती थी। पुलिस को शक है कि अधिकांश नाइट पार्टियों (Night Parties) में वह ड्रग्स सप्लाई करती थी।
एक हफ्ते पहले 3 लोग गिरफ्तार
एक हफ्ते पहले देवेंद्र नगर ओवरब्रिज के नीचे कार में बैठे तीन युवकों को गिरफ्तार किया गया था, जिनके पास से MDMA ड्रग्स बरामद हुआ। पूछताछ में सामने आया कि यह गिरोह मुंबई की रहने वाली नव्या मलिक (30) के संपर्क में था। पुलिस की जांच में पता चला है कि नव्या मलिक न केवल हाई-प्रोफाइल पार्टियों में ड्रग्स सप्लाई करती थी, बल्कि उसके कनेक्शन शहर की यूनिवर्सिटी और कॉलेज के छात्र-छात्राओं से भी जुड़े थे।
जांच के दौरान पुलिस को 36 से ज्यादा लोगों की चैट मिली है, जिससे नेटवर्क और बड़ा होने की आशंका है। मामला 23 अगस्त का बताया जा रहा है, जब एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट और गंज थाना पुलिस की संयुक्त टीम ने देवेंद्र नगर ओवरब्रिज के नीचे दबिश दी थी। यहां से एक कार में सवार तीन आरोपी हर्ष आहूजा, मोनू विश्नोई और दीप धनोरिया को पकड़ा गया था। तलाशी के दौरान उनके पास से ड्रग्स (MDMA) जब्त किया गया।
लड़कों ने बताया युवती का नाम
करोड़ों का ट्रांजेक्शन और कारोबारी घरानों से संबंध
पुलिस जांच में यह खुलासा हुआ है कि नव्या के बैंक खाते में कई बार 10 लाख, 15 लाख और यहां तक कि 25 लाख रुपए तक एकमुश्त जमा किए गए। यह रकम रायपुर और दिल्ली के कारोबारी परिवारों से जुड़े युवाओं द्वारा ट्रांसफर की गई थी। जांच एजेंसियां यह पता लगाने में जुटी हैं कि यह रकम सिर्फ बिजनेस डील थी या फिर ड्रग्स नेटवर्क (Drugs Cartel) का हिस्सा।
इसके अलावा पुलिस को हनी ट्रैप (Honey Trap) की आशंका भी है। चर्चा है कि एक बड़े कारोबारी परिवार के साथ उसके रिश्तों का इस्तेमाल कई प्रभावशाली लोगों को फंसाने के लिए किया गया। हालांकि पूछताछ में नव्या ने हनी ट्रैप से जुड़ी किसी भी गतिविधि से इंकार किया है।
नाइजीरियन गिरोह से गहरे रिश्ते
सबसे बड़ा खुलासा तब हुआ जब पुलिस को नव्या और रायपुर में पकड़े गए ड्रग्स तस्करों का कनेक्शन दिल्ली के नाइजीरियन गैंग (Nigerian Drug Mafia) से मिला। पुलिस को तीन नाइजीरियन लोगों के वर्चुअल नंबर मिले हैं, जो दिल्ली के नंबर पर ऑपरेट हो रहे थे।
इसके अलावा रायपुर की कई यूनिवर्सिटी और कॉलेजों में पढ़ रहे नाइजीरियन युवकों से भी नव्या का संपर्क सामने आया है। यह भी शक जताया जा रहा है कि नव्या यूनिवर्सिटी (University Parties) और कॉलेज पार्टियों में भी ड्रग्स सप्लाई करती थी। चैट हिस्ट्री और लोकेशन डेटा इसके संकेत दे रहे हैं।
बड़े घरों के युवा और राजनीतिक दबाव
पुलिस ने अब तक 44 लोगों को गिरफ्तार किया है और चार बड़े गिरोहों का पर्दाफाश किया है। पकड़े गए आरोपियों के मोबाइल से 450 से ज्यादा लोगों के नंबर और बैंक डिटेल मिली हैं। इनमें से लगभग 90 फीसदी युवा रायपुर और आसपास के संभ्रांत परिवारों (Elite families) से जुड़े हैं। यही वजह है कि पुलिस पर राजनीतिक दबाव (Political Pressure) भी है और कई मामलों में सीधे कार्रवाई से बचा जा रहा है।
विदेश यात्राएँ और ग्लैमरस छवि
नव्या हर साल विदेश यात्राओं (Foreign Trips) पर जाती थी। वह दुबई, सिंगापुर, बैंकॉक, चीन और तुर्की जैसे देशों की यात्रा कर चुकी है। इन यात्राओं के दौरान भी उसने नेटवर्किंग और सप्लाई चैन को मजबूत किया। पुलिस को शक है कि विदेश यात्राओं के दौरान भी उसने नए कनेक्शन बनाए जो आगे चलकर ड्रग्स बिजनेस (Drugs Business) का हिस्सा बने।
सोशल मीडिया और चैट से खुल सकते हैं और राज
पुलिस ने नव्या के मोबाइल जब्त किए हैं। कई जानकारियां पहले ही डिलीट कर दी गई थीं, लेकिन साइबर लैब (Cyber Forensics) में उसकी पूरी व्हाट्सएप चैट और कॉल डिटेल निकाली जा रही है। शुरुआती जांच से साफ है कि वह एक से ज्यादा मोबाइल नंबर ऑपरेट करती थी और अलग-अलग नेटवर्क से जुड़ी हुई थी।
क्या पकड़े जाएंगे ‘वीआईपी कनेक्शन’?
नव्या की गिरफ्तारी ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि ड्रग्स की इस अंधेरी दुनिया में बड़े नाम कब सामने आएंगे? पुलिस के पास जो सूची तैयार हुई है, उसमें कई ऐसे नाम हैं जो उद्योगपति, अधिकारी और राजनीतिक परिवारों से जुड़े हुए हैं। लेकिन राजनीतिक दबाव के चलते कार्रवाई की गति धीमी दिख रही है।
FAQs..
Q1. नव्या मलिक कौन है और उसे क्यों गिरफ्तार किया गया?
उत्तर- नव्या मलिक रायपुर की रहने वाली 30 वर्षीय युवती है, जिसे हाई-प्रोफाइल पार्टियों और बड़े नेटवर्क में ड्रग्स सप्लाई करने के आरोप में मुंबई से गिरफ्तार किया गया। उसके पास से एक प्रतिबंधित नशीली टैबलेट, ड्रग्स सप्लाई का रैपर और दो मोबाइल फोन बरामद हुए हैं।
Q2. क्या नव्या मलिक के नाइजीरियन गिरोह से संबंध हैं?
उत्तर- हाँ, पुलिस जांच में दिल्ली के नाइजीरियन ड्रग्स गैंग और रायपुर के कई नाइजीरियन युवकों से उसके संपर्क का खुलासा हुआ है। पुलिस को शक है कि वह सिर्फ हाई-प्रोफाइल पार्टियों में ही नहीं, बल्कि यूनिवर्सिटी और कॉलेज स्तर पर भी ड्रग्स सप्लाई करती थी।
Q3. नव्या केस में कितने लोग अब तक पकड़े जा चुके हैं?
उत्तर- पुलिस ने अब तक 44 लोगों को गिरफ्तार किया है और 4 बड़े ड्रग्स गिरोहों का भंडाफोड़ किया है।
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