हाइलाइट्स
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जुलाई में भोपाल से शुरु होगी प्राइवेट ट्रेनें
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25 फीसदी तक महंगा हो सकता है किराया
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देशभर में 150 प्राइवेट ट्रेन चलाने का लक्ष्य
Private Train Shedule: भोपाल के रानी कमलापति (हबीबगंज) स्टेशन यानी RKMP से जुलाई से प्राइवेट ट्रेनें चलाना शुरु हो जाएगी। इसकी तैयारियां अंतिम चरणों में चल रही है।
प्राइवेट ट्रेनों के संचालन के लिए इन्वेस्टमेंट, फंड रेजिंग, पावर सेक्टर और कैटरिंग का काम करने वाली कंपनियां रुचि ले रही है।
वहीं अब सामने आ रहा है कि अडानी ग्रुप (Adani Group) भी प्राइवेट ट्रेन के संचालन में रुचि दिखा सकता है।
अडानी ग्रुप के इंटरेस्ट की ये वजह
अडानी ग्रुप ने पिछले साल ही आनलाइन रेलवे प्लेटफार्म ट्रेनमेन को टेकओवर किया। इसलिए अब ये बात कही जा रही है कि अडानी ग्रुप प्राइवेट ट्रेन के संचालन में भी रुचि रख रहा है।
ताकि वे अपने काम को प्राइवेट ट्रेन (Private Train Shedule) चलाकर अगले चरण में ले जा सके। हालांकि अडानी ग्रुप (Adani Group) की ओर से अब तक इसकी अधिकारिक पुष्टी नहीं हो पाई है।
150 प्राइवेट ट्रेन चलाने का लक्ष्य
रेलवे ने इस साल के अंत तक रेलवे ने देशभर में 150 प्राइवेट ट्रेनें (Private Train Shedule) चलाने का लक्ष्य रखा है। 2025 के अंत तक इनकी संख्या 500 तक पहुंच जाएगी।
नई व्यवस्था का आप पर कितना असर
1. प्राइवेट ट्रेन में सुविधाएं बढ़कर मिलेंगी।
2. ये ट्रेनें फास्ट होंगी और लेट भी कम होगी।
3. संचालन करने वाली कंपनी किराया तय करेंगी।
4. सामान्य ट्रेनों से 15-25 फीसदी तक ज्यादा किराया होगा।
यात्रियों को ट्रेन चुनने होगी आजादी
रेल मंत्रालय (Ministry of Railways) अपनी ट्रेनों का संचालन वर्तमान की तरह जारी रखेगा।
यात्रियों को ये आजादी होगी कि वे संबंधित रूट की सरकारी या प्राइवेट (Private Train Shedule) में से किसी भी ट्रेन का यात्रा के विकल्प के रूप में उपयोग कर सकें।
ट्रेनों की स्पीड बढ़ाने का लक्ष्य
रेलवे ट्रेनों (Private Train Shedule) को हाई स्पीड में चलाने के लिए ट्रैक बिछाने से लेकर अपडेशन का काम कर रहा है। इसके अंतर्गत तीसरी लाइन भी बिछाई जा रही है।
ट्रेनों की स्पीड को इस साल के अंत तक 130 से बढ़ाकर 160 किमी प्रति घंटे चलाने का लक्ष्य है। वहीं 2025 के अंत तक स्पीड को 180 किमी प्रति घंटे पर पहुंचा दिया जाएगा।
प्राइवेट ट्रेनों पर रेलवे का कितना नियंत्रण
1. प्राइवेट ट्रेनों के लिए सरकारी गार्ड और लोको पायलट रेलवे के होंगे।
2. रेलवे प्राइवेट और सरकारी ट्रेनों के बीच एक घंटे के गैप को मेनटेन करेगा।
3. प्राइवेट ट्रेन के लेट होने पर रेलवे संचालन करने वाली कंपनी पर जुर्माना लगाएगी।
4. मामूली देरी होने पर कंपनी को 500 रुपए प्रति किमी के हिसाब से जुर्माना भुगतना पड़ेगा।
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हबीबगंज से इन रूट पर दौड़ेगी प्राइवेट ट्रेन
जुलाई से RKMP Station (हबीबगंज) से बेंगलुरू, चेन्नई और सिकंदराबाद के लिए प्राइवेट ट्रेनें (Private Train Shedule) चलेंगी।
संबंधित कंपनियां शेड्यूल निर्धारित करने के बाद ट्रेनों को शुरू करने की तारीख घोषित करेगी। प्राइवेट ट्रेन को 95 फीसदी पंक्चुअलिटी की गारंटी भी देना होगी।
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15 कंपनियों ने दिखाई रुचि
15 कंपनियों ने प्राइवेट ट्रेनों के संचालन (Private Train Shedule) के लिए अपने प्रस्ताव दिए हैं।
इनमें रेल इंजन बनाने वाली भारत फोर्ज, रेल कोच बनाने वाली टीटागढ़ वैगन, कंटेनर निर्माण करने वाली गेट रेल, इंजन के पुर्जे बनाने वाली मेधा इंजीनियरिंग, कोच डिजाइन करने वाली कैप इंडिया, हिंद रेक्टिफायर्स लिमिटेड, इलेक्ट्रिकल मशीन बनाने वाली आई बोर्ड इंडिया, तकनीकी मशीनरी निर्माता पीएसजीजी, बीईएमएल और एनर्जी संबंधी उपकरण बनाने वाली बीएचईएल इनमें शामिल हैं।