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Raid IN Chhattisgarh: शराब घोटाला मामले में EOW की अब तक की सबसे बड़ी कारवाई, इन 13 ठिकानों पर कारवाई जारी

Raid IN Chhattisgarh: शराब घोटाला मामले में ईओडब्ल्यू ने अब तक की बड़ी कारवाई की है. Eow ने 13 ठिकानों पर छापा मारा है

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Bansal news
Raid IN Chhattisgarh: शराब घोटाला मामले में EOW की अब तक की सबसे बड़ी कारवाई, इन 13 ठिकानों पर कारवाई जारी

   हाइलाइट्स

  • शराब घोटाला मामले में छत्तीसगढ़ में छापेमारी

  • 13 वारंट ठिकानों पर ईओडब्ल्यू टीम की दबिश

  • 150 अफसरों की टीम कर रही जांच

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Raid IN Chhattisgarh:छत्तीसगढ़ के चर्चित शराब घोटाले में EOW ने रविवार को अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई करते हुए प्रदेश के कई कारोबारियों और अधिकारियों के ठिकाने पर छापा मारा.

छापेमारी में ईओडब्लू ने इतनी गोपनीयता बरती की किसी को भी कानों-कान खबर नहीं लगी. शराब घोटाले में दर्ज एफआईआर मामले में जारी 13 वारंट ठिकानों पर एसीबी और ईओडब्ल्यू की टीम ने दबिश दी. छापेमार कार्रवाई (Raid IN Chhattisgarh) को लेकर प्रदेश में राजनीति तेज हो गई है.

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शराब घोटाले में दर्ज एफआईआर मामले में जारी 13 वारंट स्थानों पर ईओडब्ल्यू की टीम ने दबिश दी. टीम ने एक साथ बिलासपुर, रायपुर और दुर्ग जिले में छापा मारा है. मिली जानकारी के अनुसार टीम बिलासपुर के सरगांव स्थित भाटिया डिस्टलरी

कोटा स्थित वेलकम डिस्टलरी, कुम्हारी दुर्ग स्थित केडिया डिस्टलरी, रायपुर स्थित अनवर ढेबर, विवेक ढांड और अनिल टुटेजा के ठिकानों पर पड़ताल कर रही है. इन सभी के नाम ईडी की चार्जशीट में भी शामिल हैं.

   150 अफसरों की टीम जांच कर रही

ईओडब्ल्यू ने पूर्व मुख्य सचिव विवेक ढंड, पूर्व आईएएस अनिल टुटेजा, सरकारी शराब कंपनी के पूर्व एमडी अरुण पति त्रिपाठी, आबकारी अधिकारी सौरभ बख्शी, अशोक सिंह, अरविंद सिंह, सिद्धार्थ सिंघानिया शामिल हैं.

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इसके अलावा छत्तीसगढ़ के तीनों बड़े डिस्टिलरी केडिया, वेलकम और भाटिया ग्रुप के ठिकानों पर भी EOW की टीम ने छापेमार कार्रवाई (Raid IN Chhattisgarh) की है. जानकारी के मुताबिक शराब घोटाले मामले में 150 अफसरों की टीम जांच कर रही है.

   शराब घोटाला मामले के मास्‍टर माइंड 

ईओडब्ल्यू ने इसी साल जनवरी में एफआईआर दर्ज की है. उसी मामले में ये कार्रवाई जारी है. ईओडब्‍ल्‍यू में दर्ज एफआईआर में अनिल टुटेजा, अरुणपति त्रिपाठी और अनवर ढेबर को शराब घोटाला का मास्‍टर माइंड बताया गया है. जबकि अन्य लोग सहयोगी की भूमिका में थे. टुटेजा आईएएस अफसर हैं, जब यह घोटाला हुआ तब वे वाणिज्‍य एवं उद्योग विभाग के संयुक्‍त सचिव थे.

दूरसंचार सेवा से प्रतिनियुक्ति पर आए त्रिपाठी आबकारी विभाग के विशेष सचिव और छत्‍तीसगढ़ मार्केटिंग कार्पोरेशन के एमडी थे. वहीं, ढेबर कारोबारी हैं. एफआईआर के अनुसार ढेबर और टुटेजा ने मिलकर पूरी प्‍लानिंग की थी.

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   जांच एजेंसी अपना काम कर रही: सीएम साय 

EOW और ACB की कार्रवाई को लेकर सीएम विष्णुदेव साय और डिप्टी सीएम अरुण साव का बयान भी सामने आया है. सीएम विष्णुदेव साय ने कहा है की जांच एजेंसी अपना काम कर रही है. जांच में जो भी दोषी होंगे उनपर कार्रवाई की जायेगी.

वहीं डिप्टी सीएम अरुण साव ने कहा कि ईडी सबूतों के आधार पर अपनी कार्रवाई कर रही है. जिनके खिलाफ भी ईडी को साक्ष्य मिलेगा वो अपनी कार्रवाई करेगी.

इस मामले को लेकर कांग्रेस के पूर्व मंत्री और विधायक उमेश पटेल ने कहा कि सभी आरोपों की जांच बीजेपी करवा रही है. हमें पूरी उम्मीद है जो भी आरोप इन्होंने लगाया है वह निराधार साबित होंगे.

टीम ने एक साथ बिलासपुर, रायपुर और दुर्ग जिले में छापा मारा है. यह कार्रवाई (Raid IN Chhattisgarh) देर रात तक चलने वाली है. जिसमें कई दस्तावेज खंगाले जा रहे हैं और पूछताछ जारी है. जिसमें कई चर्चित नामों का खुलासा होने की संभावना है.

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