PSC Students Death Video: इंदौर रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर-4 पर PSC स्टूडेंट की ट्रेन और प्लेटफार्म के बीच आने से मौत हो गई। हादसा 18 जून की रात का है। इसका VIDEO शुक्रवार, 21 जून को वायरल हुआ। गुरुवार को हावड़ा एक्सप्रेस के प्लेटफॉर्म पर आते ही भीड़ की धक्कामुक्की में स्टूडेंट, प्लेटफॉर्म और ट्रेन में गिर जाता है, लेकिन लोग ट्रेन पकड़ने के दौड़ में लगे रहे। काफी जद्दोजहद के बाद स्टूडेंट को बाहर निकाला गया। गंभीर हालत में अस्पताल पहुंचाया गया, लेकिन वहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
ऐसे हुई घटना
वीडियो फुटेज (PSC Students Death Video) 18 जून की रात 10.49 बजे के हैं। ट्रेन के जनरल कोच में सीट रोकने के लिए चढ़ते वक्त छात्र का पैर फिसला और धक्कामुक्की में गेट के हैंडल से हाथ छूट गया।
वह प्लेटफॉर्म और ट्रेन के बीच गेप में फंस गया। तत्काल स्टेशन स्टाफ को सूचना दी गई और ट्रेन रुकवाई गई।
गंभीर रूप से घायल छात्र को अस्पताल ले जाया गया। जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
पीएससी पेपर देने के लिए पन्ना जा रहा था
जानकारी के मुताबिक (PSC Students Death Video) मृतक लोकेंद्र कुमार (26) पिता विजय पाठक निवासी संदेड़ी ग्राम, जिला पन्ना का रहने वाना था।
वह इंदौर में खंडवा रोड पर रहता था और एमपी पीएससी की तैयारी कर रहा था। उसकी 23 जून को परीक्षा थी, इसलिए उसने परीक्षा सेंटर के रूप में अपने गृह क्षेत्र पन्ना का ही चयन किया था।
18 जून की रात वह हावड़ा एक्सप्रेस ट्रेन पकड़ने के लिए इंदौर स्टेशन पहुंचा। पुलिस ने बताया कि उसका रिजर्वेशन नहीं था, इसलिए जनरल कोच में लिए चढ़ने लगा।
धक्का-मुक्की में लोकेंद्र प्लेटफॉर्म और ट्रेन के बीच फंसा
वीडियो में दिखाई दे रहा है कि सीट पाने के लिए भीड़ चलती ट्रेन में ही चढ़ने की कोशिश कर रही थी।
धक्का-मुक्की में लोकेंद्र प्लेटफॉर्म और ट्रेन कोच के बीच फंस गया। ट्रेन स्लो स्पीड में थी इसलिए वह घसिटते हुए ट्रेन के साथ खिंचता जा रहा था।
उसके पीछे एक अन्य व्यक्ति भी गिरते गिरते बचा। इस बस के बीच भी लोग उसे बचाने के बजाय धक्का-मुक्की में लगे रहे। यह सब नजारा पुलिसकर्मी देखते रहे।
प्लेटफॉर्म और पटरी के बीच है कर्व, जहां बड़ा गेप
हेड कांस्टेबल अनिल जायसवाल ने बताया कि कई लोग जनरल कोच में सीट रोकने के लिए ट्रेन रुकने से पहले ही चढ़ने लगते हैं।
संभवत: लोकेंद्र ने भी वही किया होगा। वह जहां से चढ़ने का प्रयास कर रहा था, वहां प्लेटफॉर्म और पटरी के बीच कर्व होने के साथ बड़ा गेप भी है।
हड़बड़ाहट में लोकेंद्र का पैर फिसला, जिससे वह गेप गिर पड़ा। इसी वजह से उसका हाथ पाइप से फिसला और वह गिर गया।
चूंकि ट्रेन स्लो थी, इसलिए वह ट्रेन और प्लेटफॉर्म के बीच में कुचल गया।
10 साल में 90 से ज्यादा मौतें, कई लेटर खिले
जीआरपी के आंकड़ों के मुताबिक 10 साल में इस गेप और जल्दबाजी में चढ़ने-उतरने में 90 से ज्यादा मौतें हो चुकी हैं।
यह कर्व खत्म करने के लिए कई बार DRM से लेकर आला अफसरों को पत्र लिखे गए।
इंजीनियरों से जांच भी करवाई, लेकिन समाधान नहीं हुआ। प्लेटफॉर्म नंबर-1 और 4 पर कर्व के कारण बड़े गेप हैं।