Pregnancy Care: गर्भवती महिलाएं को अक्सर गर्भावस्था के दौरान कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है. यह समस्याएं कई बार जानकारी के आभाव में और कई बार लापरवाही के चलते पैदा होती हैं. इन सभी समस्याओं को लेकर ही बंसल हॉस्पिटल में सुफल गर्भावस्था ग्रुप हर महीने गर्भवती महिलाओं के लिए क्लास रखता है. जिसमें हॉस्पिटल की गायनेकोलॉजी विभाग की डॉक्टर महिलाओं को सही सुझाव देती हैं.
चिकित्सा के साथ आध्यात्मिक महत्व
महिलाओं को सही चिकित्सीय सलाह के साथ क्लास के दौरान ज्योतिषाचार्य डॉ. राजेश सक्सेना भारतीय परंपरा के 16 संस्कारों में से एक गर्भसंस्कार का महत्व भी महिलाओं को बताते हैं. इसके साथ ही महिलाओं को इस समय शांति रहना, मन को विकार मुक्त रखना है, इसकी जानकारी भी देते हैं. राजेश सक्सेना ने शनिवार को क्लास के दौरान कहा कि अच्छी संतान के लिए कई जन्मों के संस्कार मिलकर दिशा देते हैं.
9 महीने तक होने वाली सोनोग्राफी कब कराएं
फीटल मेडिसिन स्पेशलिस्ट डॉ.स्मिता ढेंगले ने बताया कि नौ महीनों के दौरान होने वाली जांचो के बारे में बताया. खास तौर पर सोनोग्राफी (अल्ट्रासाउंड) के बारे में महिलाओं को समझाया गया कि किस महीने में सोनोग्राफी करानी चाहिए और कब-कब कराना चाहिए. इसके साथ ही एन टी स्कैन और ब्लड ट्रांसफ्यूजन जो गर्भावस्था के दौरान किया जाता है उसकी भी विस्तार से जानकारी दी. गर्भावस्था में कम से कम 3-4 अल्ट्रासाउंड करवाना जरूरी होता है. पहला अल्ट्रासाउंड गर्भधारण के 6 से 9 सप्ताह के बीच और इसके बाद 18 सप्ताह होने पर इसके बाद 28 सप्ताह होने पर कराना सही होता है. कई बार डॉक्टर बीच में भी सलाह देते हैं.
सुफल ग्रुप कराता है गोदभराई
बंसल हॉस्पिटल में 8th फ्लोर ऑडिटोरियम हॉल में गर्भवती महिलाओं के लिए निशुल्क क्लास रहती हैं. इसमें कोई भी महिला डायरेक्ट जाकर शामिल हो सकती हैं. कार्यक्रम के आयोजन में मुख्य भूमिका डॉ. शैलजा त्रिवेदी और डॉ.नीतू सिमैया की मुख्य भूमिका रहती है. हर महीने में एक दिन गर्भवती महिलाओं की गोदभराई भी सुफल ग्रुप की ओर से की जाती है.