हाइलाइट
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हाकाल की नगरी में सिंहस्थ 2028 की तैयारियां शुरू।
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उज्जैन को विश्व पर्यटन नक्शे पर लाने की तैयारी।
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700 करोड़ का बनाया एक्शन प्लान।
Simhastha Kumbh Ujjain: बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन को सिंहस्थ बनाने की तैयारियां शुरू हो गई है। मोहन सरकार सिंहस्थ महाकुंभ को लेकर काफी गंभीर है। उज्जैन को विश्व पर्यटन नक्शे पर लाने की तैयारी है। सिंहस्थ में 15 करोड़ श्रद्धालु शामिल हो सकेंगे। महाकाल लोक बनने के बाद यह पहला सिंहस्थ है। इसमें शिप्रा नदी के संरक्षण और स्वच्छता पर खास ख्याल रखा जाएगा।
शिप्रा नदी पर विशेष ध्यान
बता दें, कि जब से CM यादव ने शपथ ली थी, तब से सीएम ने लगातार उज्जैन में बैठक लेकर अधिकारियों को निर्देश दिए थे। CM ने कहा, कि आने वाला समय सेहत का है, और उज्जैन में सेहत होना है। शिप्रा में मिल रहे गंदे नालों को कैसे रोक सकें, इसको लेकर भी सीएम ने सख्त लहजे में अधिकारियों को चेताया था।
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साथ ही इंदौर, उज्जैन और देवास कलेक्टरों से 121 चर्चा भी की थी। फैक्ट्री का गंदा पानी शिप्रा में किसी भी हालत में नहीं मिलना चाहिए। देवास और इंदौर में कुछ फैक्ट्री को सील भी किया गया था। सीएम ने उज्जैन कलेक्टर संभाग आयुक्त को प्लान बनाकर फाइल तैयार करने का भी कहा था।
15 करोड़ श्रद्धालु शामिल होने की संभावना
सीएम यादव सिंहस्थ की तैयारियों के क्रम में शिप्रा के संरक्षण और संवर्धन के साथ उज्जैन के विकास पर कई बैठकें ले चुके हैं। इसके बाद सरकार द्वारा करीब 700 करोड़ रुपए का एक्शन प्लान बनाया है। जहां 2016 में हुए सिंहस्थ में लगभग 7.5 करोड़ श्रद्धालुओं ने शिप्रा में डुबकी लगाई थी। तो वहीं 2028 में श्रद्धालुओं की संख्या दोगुनी हो सकती है। इस सिंहस्थ में 15 करोड़ श्रद्धालु शामिल होने की संभावना है।