हमारे किचिन में सबसे ज्यादा उपयोग होने वाली सब्जियों में आलू शामिल है। Potatoes जिसे गृहणियां अलग-अलग डिश के रूप में परोसकर परिवार को स्वादिष्ट भोजन कराती हैं, लेकिन यदि हम आपसे कहें की इसी आलू की उपयोग हवाई जहाज में वाई-फाई Wi-Fi की स्पीड बढ़ाने के साथ-साथ यात्रियों के लिए समान रूप से वाई-फाई सिग्नल दिए जाने के लिए उपयोग में लिया जाता है तो क्या आप इसपर विश्वास करेंगे या नहीं? पर यहां आपको बता दें कि हवाई यात्रा कराने वाली कुछ कंपनियां ऐसा ही करती हैं। प्लेन में आलू से भरी बोरियों का इस्ते माल किया जाता है।
अब यहां प्रशन उठता है कि आलू में ऐसा क्या है, जिसके कारण प्लेन में आलू से भरी बोरियों का इस्तेमाल किया जाता है तो यहां आपको बता दें कि आलू में मौजूद पानी और रसायन के कारण आलू रेडियो तरंगों को आसानी से पकड़ सकता है। Aeroplane विश्षज्ञों के मुताबिक आलू की बनावट कुछ हद तक मानव शरीर के मुताबिक होती है, जिसके चलते आलू वाई-फाई सिग्नल या कहें कि रेडियो तरंगों को सोख सकता है। Wi-Fi Speed आलू के इसी गुण के कारण कुछ विमान कंपनियां आलू का इस तरह इस्तेमाल करती हैं।
विमान कंपनी के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार आलू में यह गुण होता है कि वह सिग्नल को पकड़ने साथ ही रिफ्लेक्ट भी कर सकता है। इसी वजह से कई बार विमान में भारी संख्या में आलू का जमाव किया जाता है। Wi-Fi यह खाने के लिए इस्तेमाल में नहीं लिए जाते, बल्कि इनसे वाईफाई के सिग्नल की रफ्तार को बढ़ाने में मदद मिलती है। आलू की मदद के चलते प्लेन में एक साथ हवाई यात्रा करने वाले करीब 200 लोगों के लिए एक साथ लाइन में बैठने पर भी एक ही समान वाई-फाई का कवरेज देना सुनिश्चित किया जाता है।