BBC Documentary On PM Modi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री (India: The Modi Question) विवादों में है। जहां इसे भारत में प्रतिबंधित कर दिया गया है। वहीं इसके बावजूद कुछ लोगों द्वारा इसे दिखाने का काम किया जा रहा है। विवादों से गहरा नाता रखने वाली यूनिवर्सिटी जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) में विवादित डॉक्यूमेंट्री के स्क्रीनिंग के कार्यक्रम को लेकर पैंपलेट्स बांटे गए है। मामला संज्ञान में आने के बाद JNU प्रशासन ने अनुशासनात्मक कार्रवाई की चेतावनी दी है।
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) छात्र संघ की अध्यक्ष आइशी घोष ने भी विवादित डॉक्यूमेंट्री का पोस्टर शेयर किया। आइशी घोष ने अपने फेसबुक पेज पर “India: The Modi Question” नाम की डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग कराने की बात कही। उन्होंने इसकी स्क्रीनिंग का पोस्टर भी साझा किया। उन्होंने कहा कि इस डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग के लिए हमारे साथ जुड़ें, जिसे सबसे बड़े “लोकतंत्र” की “चुनी हुई सरकार” द्वारा “प्रतिबंधित” किया गया है।
कार्यक्रम रद्द करने की सलाह
विश्वविद्यालय ने अपने एडवाइजरी में कहा, ‘‘प्रशासन के संज्ञान में यह आया है कि छात्रों के एक समूह ने जेएनयूएसयू के नाम से एक वृत्तचित्र या फिल्म (शीर्षक) ‘इंडिया: द मोदी क्वेश्चन’ का 24 जनवरी, 2023 को रात नौ बजे टेफ्लास में प्रदर्शन करने के लिए एक पर्चा जारी किया है।’’ विश्वविद्यालय ने कहा कि इस कार्यक्रम के लिए जेएनयू प्रशासन से कोई पूर्व अनुमति नहीं ली गई है, इसलिए संबंधित छात्रों को कार्यक्रम रद्द करने की सलाह दी जाती है, अन्यथा अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
वहीं बताते चलें कि इससे पहले बीते रविवार को हैदराबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय में छात्रों के एक समूह ने आज विश्वविद्यालय परिसर के अंदर बीबीसी Documentary “इंडिया: द मोदी क्वेश्चन” की स्क्रीनिंग का आयोजन किया था। जिसके बाद बाद पुलिस ने कार्रवाई की बात कही है।
‘दुष्प्रचार का हिस्सा’
बता दें कि सरकार ने शुक्रवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर और यूट्यूब को ‘इंडिया: द मोदी क्वेश्चन’ नामक वृत्तचित्र के लिंक ब्लॉक करने का निर्देश दिया था। इससे पहले विदेश मंत्रालय ने PM मोदी पर बनी BBC Documentary को ‘दुष्प्रचार का हिस्सा’ बताते हुए खारिज किया है और कहा है कि इसमें निष्पक्षता का अभाव है तथा यह एक औपनिवेशिक मानसिकता को दर्शाता है।