Pooja Khedkar: बर्खास्त ट्रेनी IAS पूजा खेडकर AIIMS में विकलांगता टेस्ट कराने को तैयार हैं। उनकी अंतरिम जमानत याचिका पर दिल्ली हाईकोर्ट में सुनवाई हुई थी। इस दौरान ने कोर्ट से ये बात कही। 4 सितंबर को दिल्ली पुलिस ने हाईकोर्ट में नई स्टेटस रिपोर्ट दाखिल करके कहा था कि पूजा की तरफ से UPSC में जमा कराए गए 2 डिसेबिलिटी सर्टिफिकेट में से एक फर्जी होने का शक है।
‘मैं AIIMS जाने को तैयार हूं’
पूजा खेडकर ने कहा कि मैं अपनी मेडिकल जांच कराने को तैयार हूं। पहले इन्होंने कहा कि मैंने अपना नाम बदलकर एग्जाम दिया। अब ये कह रहे हैं कि मेरी विकलांगता पर भी संदेह है। ऐसा है तो मैं AIIMS जाने को तैयार हूं।
कोर्ट में क्या हुआ ?
दिल्ली पुलिस के वकील ने कोर्ट में कहा कि पूजा खेडकर ने सिविल सर्विसेज की परीक्षा देने के लिए अहम जानकारी छिपाई कि वे परीक्षा देने के एलिजिबल ही नहीं थीं।
इस पर खेडकर के वकील ने कहा कि पुलिस ने इस मामले में दाखिल की गई स्टेटस रिपोर्ट में पूजा खेडकर को हिरासत में लेकर पूछताछ की मांग नहीं की है। वैसे भी इसकी जरूरत नहीं है क्योंकि सभी रिकॉर्ड्स अधिकारियों के पास पहले से ही मौजूद हैं।
पुलिस के वकील ने कहा कि इस साजिश की तह तक जाने और इसमें शामिल अन्य लोगों का पता लगाने के लिए पूजा की कस्टडी जरूरी है।
हाईकोर्ट बेंच ने कहा कि पुलिस को जांच के लिए 10 दिन का समय दे रहे हैं। अगली सुनवाई 26 सितंबर को होगी। तब तक खेडकर की गिरफ्तारी पर रोक जारी रहेगी।
पुलिस की स्टेटस रिपोर्ट में क्या ?
दिल्ली पुलिस ने पूजा खेडकर केस में दिल्ली हाईकोर्ट में 4 सितंबर को नई स्टेटस रिपोर्ट दाखिल करके कहा था कि बर्खास्त की गई ट्रेनी IAS पूजा खेडकर ने 2 डिसेबिलिटी सर्टिफिकेट जमा कराए थे, इसमें से एक सर्टिफिकेट फर्जी होने का शक है। हमने UPSC की तरफ से जमा कराए गए डॉक्यूमेंट की जांच की। इसमें सामने आया कि पूजा खेडकर ने सिविल सर्विसेज एक्जामिनेशन-2022 और 2023 के दौरान 2 डिसेबिलिटी सर्टिफिकेट जमा कराए थे, जो उनके मुताबिक महाराष्ट्र के अहमदनगर की मेडिकल अथॉरिटी ने जारी किए थे।
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डिसेबिलिटी सर्टिफिकेट फर्जी होने का शक
पुलिस ने बताया कि उन्होंने अहमदनगर मेडिकल अथॉरिटी के दोनों सर्टिफिकेट की जांच कराई। अथॉरिटी ने बताया कि हमारे सिविल सर्जन के ऑफिस रिकॉर्ड के मुताबिक डिसेबिलिटी सर्टिफिकेट नंबर MH2610119900342407 को इस अथॉरिटी ने जारी नहीं किया। इसलिए इस बात की आशंका है कि इस डिसेबिलिटी सर्टिफिकेट को फर्जी तरीके से बनाया गया है।
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पूजा खेडकर की गिरफ्तारी पर रोक जारी
जस्टिस सुब्रमण्यम प्रसाद ने कहा कि पुलिस ने मामले में और जांच करने के लिए 10 दिन का वक्त मांगा है, इसलिए मामले की अगली सुनवाई 26 सितंबर को होगी। तब तक पूजा खेडकर को गिरफ्तार नहीं किया जा सकेगा।
पूजा ने कहा था- मैं 47 प्रतिशत दिव्यांग
30 अगस्त को पूजा खेडकर ने दिल्ली हाईकोर्ट में जवाब दिया था कि UPSC की परीक्षा में आरक्षण के लिए कैंडिडेट का 40 प्रतिशत दिव्यांग होना जरूरी है। मैं 47 प्रतिशत दिव्यांग हूं। इसलिए UPSC परीक्षा में मेरे सिर्फ दिव्यांग कैटेगरी वाले अटेम्प्टस को गिना जाए।