हाइलाइट्स
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रातभर चुनाव सामग्री जमा करते रहे दल
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कांउटरों पर कर्मचारियों की लंबी कतार
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100 जवान रहेंगे सुरक्षा व्यवस्था में तैनात
Lok Sabha Chunav Third Phase: देश में तीसरे चरण और छत्तीसगढ़ के लिहास से आखिरी चरण का मतदान 7 मई को शाम 6 बजे खत्म हो गया।
मतदान खत्म होने के बाद पोलिंग पार्टी का स्टॉन्ग रूम पहुंचने का दौर शुरू हुआ। कई पोलिंग बूथ के मतदान कर्मी लगभग 10 घंटे के बाद तक स्ट्रॉन्ग रूम पहुंचे। यह सिलसिला सुबह तक जारी रहा।
बता दें कि बिलासपुर लोकसभा (Lok Sabha Chunav Third Phase) क्षेत्र में मंगलवार की शाम जब मतदान खत्म हुआ तो मतदान दलों का सिलसिला स्ट्रॉन्ग रूम पर आने का शुरू हुआ।
इस बीच रात 8 बजे से कोनी स्थित गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज में पोलिंग पार्टी ने चुनाव सामग्री जमा कराई। बिलासपुर जिले में चुनाव सामग्री जमा करने का सिलसिला देर रात तक जारी रहा।
दूरस्थ पोलिंग बूथ में शामिल मतदान दलों ने बुधवार की सुबह तक EVM की पेटियां और मतदान सामग्री जमा कराई।
अब 4 जून को खुलेगा स्ट्रॉन्ग रूम
मतदान कर्मियों ने बुधवार सुबह तक ईवीएम समेत चुनाव (Lok Sabha Chunav Third Phase) सामग्री जमा की गई। मत ईवीएम पेटियों को कड़ी सुरक्षा के बीच स्ट्रॉन्ग रूम में सुरक्षित रखा गया है, जिसे जिला निर्वाचन अधिकारी की देख रेख में सील कर दिया है।
इसके बाद 4 जून को मतों की काउंटिंग के लिए स्ट्रॉन्ग रूम खोला जाएगा। इसके बाद काउंटिंग में प्रत्याशियों के भाग्य का पिटारा खुलेगा।
पहले रिजर्व मतपेटियां कराई जमा
बता दें कि कोनी स्थित गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज स्थित स्ट्रॉन्ग रूम में शाम 7 बजे यहां बने काउंटर पर मतदान (Lok Sabha Chunav Third Phase) दल पहुंच गए थे।
इस दौरान पहले रिजर्व में रखी मत पेटियों को स्ट्रॉन्ग रूम में जमा कराया। इसके बाद मतदान दलों की चुनाव सामग्री जमा कराने का सिलसिला शुरू हुआ।
जहां रात 8 बजे से बुधवार सुबह तक मतदान सामग्री जमा कराई गई। इस बीच पोलिंग पार्टियों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ा।
कतार में ईवीएम लेकर खड़े रहे कर्मचारी
स्ट्रॉन्ग रूम के बाहर काउंटर बनाए गए थे, जहां मतदान (Lok Sabha Chunav Third Phase) सामग्री जमा कराई जा रही थी। यहा पर दलों की भारी भीड़ देखी जा रही थी।
इस दौरान बारी-बारी से EVM और अन्य चुनाव सामग्री जमा कराने का कार्य किया जा रहा था। कतार में ही कर्मचारियों को अपनी बारी का घंटो इंतजार करना पड़ा।
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स्ट्रॉन्ग रूम की कड़ी सुरक्षा
स्ट्रॉन्ग रूम की सुरक्षा की जिम्मेदारी बीएसएफ की एक कंपनी को दी गई है। कंपनी के 100 जवान 24 घंटे स्ट्रॉन्ग रूम की निगरानी करने के लिए तैनात रहेंगे। इसके साथ ही स्ट्रॉन्ग रूम के चप्पे-चप्पे की निगरानी सीसीटीवी कैमरे से की जा रही है। इन सीसीटीवी कैमरों की मदद से भी जवान कोने-कोने पर नजर रखेंगे। इसके अलावा समय-समय पर सुरक्षा व्यवस्था को लेकर अधिकारी निरीक्षण करेंगे। स्ट्रॉन्ग रूम में केवल पासधारी अफसरों को ही अंदर प्रवेश करने की इजाजत दी गई है। इसके चलते सुरक्षा जवान अधिकारी-कर्मचारियों की गतिविधियों पर भी नजर रखेंगे।