नई दिल्ली। किसानों को आर्थिक सहायता प्रदान करने के लिए केंद्र सरकार ने पीएम किसान योजना की शुरूआत की थी। इसके तहत सालाना लाभार्थी किसानों को 6 हजार रूपये, तीन किस्तों में दिए जाते हैं। लेकिन कुछ ऐसे भी लोग हैं जो इस योजना में सेंध लगा चुके हैं और वो गलत तरीके से इस योजना का लाभ ले रहे हैं। सरकार ने ऐसे कुल 33 लाख लोगों को चिन्हित किया है। जिन्होंने गलत तरीके से सरकार के कुल ढाई हजार करोड़ रूपए की चपत लगाई है।
अफसरों पर भी गिरेगी गाज
अब केंद्र सरकार ने राज्य सरकार से इन अयोग्य लोगों से तत्काल वसूली करने के निर्देश दिए हैं। मध्य प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, बिहार, झारखंड, उत्तराखंड और महाराष्ट्र समेत कुल 18 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश के सरकारों ने वसूली की प्रक्रिया शुरू भी कर दी है। इसके साथ ही जिन अफसरों ने फर्जी किसानों की पात्रता को सत्यापित किया है उन पर भी गाज गिर सकती है। ऐसे में जानना जरूरी हो जाता है कि कहीं आप भी तो नहीं हैं इस लिस्ट में।
केंद्र सरकार के कुछ मानक हैं
बतादें कि पात्र किसानों के लिए केंद्र सरकार ने कुछ मानक तय किए हुए हैं। इसके लिए राज्य सरकार अपने यहां से मानक पूरा करने वाले किसानों की लिस्ट केंद्र सरकार को भेजते हैं। जिन्हें पीएम किसान योजना के तहत हर साल दो-दो हजार रूपए की तीन किस्त यानी कि कुल 6 हजार रूपये की मदद दी जाती है। लेकिन कुछ लोग, अफसरों के साथ मिलीभगत करके फर्जी तरीके से पात्र किसानों की लिस्ट में शामिल हो गए।
इतने लोग फर्जी किसान पाये गए
जब सरकार ने ऐसे लोगों का सत्यापन किया तो इस जांच प्रक्रिया में कुल 32,91,152 किसानों को फर्जी पाया गया और अब तक इनके खातों में योजना का धन भी दिया जा चुका है। साथ ही जांच में आधार और पैन नंबर से मिलान के दौरान कई लाख किसान ऐसे भी पाए गए जो आयकर जमा करते हैं। यानी उनका आय का स्रोत कुछ और है और वो इस योजना का लाभ ले रहे है्ं। बतादें कि जो व्यक्ति सरकारी और गैर सरकारी नौकरी में हैं या पेंशनधारी है वो इस योजना का लाभ नहीं ले सकता। लेकिन ऐसे फर्जी किसान हैं जो इस योजना का लाभ ले रहे हैं। ऐसे में सरकार ने ये साफ कर दिया है कि अब ऐसे लोगों की खैर नहीं है।
पैसे वसूले जा रहे हैं
अगर राज्यों के आधार पर फर्जी किसानों की संख्या देखी जाए तो तमिलनाडु में 7 लाख के करीब फर्जी किसान हैं। कर्नाटक में 2.04 लाख फर्जी किसान हैं। पंजाब में 4.70 लाख फर्जी किसान हैं। उत्तर प्रदेश और राजस्थान में करीब डेढ-डेढ लाख फर्जी किसान हैं। इसके अलावा कई राज्यों में ऐसे हजारों की संख्या में फर्जी किसान हैं जो इस योजना लाभ गलत तरीके से ले रहे थे। कई राज्य सरकारों ने अब तक फर्जी किसानों से करोड़ों रूपये वसूल भी कर लिए हैं।
तमिलनाडु में 158 करोड़ की वसूली
ऐसे चेक करें लिस्ट में अपना नाम
1.सबसे पहले आप https://pmkisan.gov.in/ पोर्टल पर जाएं
2. यहां Payment Success टैब के नीचे भारत का नक्शा दिखेगा। इसके नीचे Dashboard लिखा होगा, इसे क्लिक करें।
3. यह Village Dashboard का पेज है, यहां आप अपने गांव की पूरी डिटेल ले सकते हैं।
4. सबसे पहले स्टेट स्लेक्ट करें, इसके बाद अपना जिला, फिर तहसील और फिर अपना गांव।
5. इसके बाद शो बटन पर क्लिक करें, क्लिक करने के बाद आपको पूरे गांव में कितने किसान रजस्टर्ड हैं, कितने को किस्त मिल रही है या किसका आवेदन रिजेक्ट हुआ है जैसी सारी जानकारी मिल जाएगी।