नई दिल्ली। PM-Kisan Scheme 2022 प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) सोमवार को राजधानी के पूसा स्थित भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (आईएआरआई) में पीएम किसान सम्मान सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे और इस अवसर पर प्रत्यक्ष लाभ अंतरण के माध्यम से पीएम-किसान योजना के तहत किसानों को 16,000 करोड़ रुपये की राशि की 12वीं किस्त जारी करेंगे।
केंद्रीय कृषि मंत्रालय ने शनिवार को एक बयान में यह जानकारी दी।मोदी ने अपनी सरकार की आठवीं वर्षगांठ के अवसर पर मई महीने में हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में किसान सम्मान निधि की 11वीं किस्त के रूप में 21,000 करोड़ रुपये जारी किए थे।मंत्रालय ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री मोदी 17 अक्टूबर को पीएम किसान सम्मान सम्मेलन 2022 नामक दो दिवसीय कार्यक्रम का उद्घाटन करेंगे और किसानों और कृषि स्टार्टअप, शोधकर्ताओं, नीति निर्माताओं, बैंकर और अन्य हितधारक को संबोधित करेंगे।’’ बयान के मुताबिक, केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने बताया कि यह आयोजन देश भर के 13,500 से अधिक किसानों और 1500 एग्रीस्टार्टअप को एक साथ लाएगा और इस कार्यक्रम में 1 करोड़ से अधिक किसान वर्चुअल रूप से भाग लेंगे। इसमें 700 कृषि विज्ञान केंद्र, 75 आईसीएआर संस्थान, 75 राज्य कृषि विश्वविद्यालय, 600 पीएम किसान केंद्र, 50,000 प्राथमिक कृषि सहकारी समितियां और 2 लाख सामुदायिक सेवा केंद्र (सीएससी) जैसे विभिन्न संस्थान शामिल हैं।
तोमर के अलावा केंद्रीय मंत्री मनसुख मंडाविया, कैलाश चौधरी, शोभा कारंदलजे और भगवंत खुबा के अलावा कई वरिष्ठ अधिकारी इस कार्यक्रम में मौजूद रहेंगे।मंत्रालय ने कहा, ‘‘पीएम किसान सम्मान सम्मेलन के पहले दिन प्रधानमंत्री प्रत्यक्ष लाभ अंतरण के माध्यम से कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय की पीएम-किसान नामक महत्वाकांक्षी योजना के तहत किसानों को 16,000 करोड़ रुपये राशि की 12 वीं किस्त जारी करेंगे।’’ मंत्रालय ने कहा कि पीएम-किसान प्रधानमंत्री की निरंतर प्रतिबद्धता का परिणाम है और इसका उद्देश्य समावेशी और उत्पादक कृषि क्षेत्र के लिए नीतिगत कार्यों को शुरू करना और सार्वजनिक कार्यक्रमों का कार्यान्वयन करना है। इस योजना की शुरुआत प्रधानमंत्री ने 2019 में की थी। इस योजना के तहत पात्र किसान परिवारों को प्रत्येक चार माह के अंतराल पर 2000 रुपये की तीन समान किश्तों में प्रति वर्ष 6000 रुपये का लाभ प्रदान किया जाता है। इस योजना का लाभ आधुनिक डिजिटल तकनीक का उपयोग करते हुए प्रत्यक्ष लाभ अंतरण के माध्यम से सीधे पात्र लाभार्थियों के बैंक खातों में हस्तांतरित किया जाता है।
मंत्रालय ने कहा कि अब तक पीएम-किसान के तहत योग्य किसान परिवारों को 11 किश्तों में 2 लाख करोड़ रुपये से अधिक का लाभ मिला है और इसमें से 1.6 लाख करोड़ रुपये कोविड महामारी के दौरान हस्तांतरित किए गए हैं। इस अवसर पर प्रधानमंत्री एक एग्री स्टार्टअप सम्मेलन और प्रदर्शनी का उद्घाटन भी करेंगे। इस प्रदर्शनी में लगभग 300 स्टार्टअप पहले दिन सुव्यवस्थित खेती, फसलोपरांत एवं मूल्यवर्धन समाधान, संबद्ध कृषि क्षेत्र, वेस्ट टू वेल्थ, छोटे किसानों के लिए यंत्रीकरण, आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन और कृषि-संभार तंत्र से संबंधित अपने नवाचार का प्रदर्शन करेंगे। इस सम्मेलन में लगभग 1500 स्टार्ट-अप भाग लेंगे।
मंत्रालय के मुताबिक प्रधानमंत्री रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय के 600 पीएम-किसान समृद्धि केंद्रों (पीएम-केएसके) का उद्घाटन करेंगे। मंत्रालय के मुताबिक वर्तमान में देश में ग्राम, उप-जिला, उप-मंडल, तालुका और जिला स्तर पर लगभग 2.7 लाख उर्वरक खुदरा दुकानें हैं। इस अवसर पर प्रधानमंत्री उर्वरक क्षेत्र में एक राष्ट्र एक उर्वरक (ओएनओएफ) नामक सबसे बड़ी पहल की भी शुरुआत करेंगे। भारत सरकार उर्वरक कंपनियों के लिए ब्रांड नाम ‘‘भारत’’ के तहत उनकी वस्तुओं का विपणन करना अनिवार्य कर रही है ताकि देश भर में उर्वरक ब्रांडों का मानकीकरण किया जा सके, भले ही कोई भी कंपनी इसे बनाती हो।