नई दिल्ली। आज से पितृ पक्ष शुरू Pitru Paksha 2022 lakshan and Upay हो गए हैं। ऐसे में सभी लोग अपने पितरों की शांति के लिए तर्पण और पिंड दान करेंगे। इसी के साथ पितरों की तिथियों के अनुसार श्राद्ध का सिलसिला शुरू हो जाएगा। पर सवाल ये है कि आपको कैसे पता चले कि पितृ दोष है या नहीं। इसके क्या लक्षण हैं। साथ ही हम आपको बताते हैं पंडित राम गोविंद शास्त्री के अनुसार कि पितृ दोष दूर करने के उपाय क्या हैं।
ऐसे पता करें कि आपको तो नहीं पितृदोष (Pitra dosh Symptoms)
कुंडली में पितृ दोष होने से व्यक्ति को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इसलिए जब कभी जीवन में समस्याएं आती हैं तो ज्योतिषाचार्य कुंडली में सबसे पहले पितृदोष देखते हैं। जिसके अनुसार पितृ दोष को अशुभ फल देने वाला दोष माना गया है। जिनकी कुंडली में यह दोष होता है। उनके हर कार्य में बाधा आती है। मानकृसम्मान बढ़ता नहीं है। जीवन भरी की जमा पूंजी नष्ट हो जाती है। विभिन्न बीमारियां भी घेरने लगती हैं।
कब मनाएं पितरों का श्राद्ध
वैसे तो घर के बड़ों का इस बात का पता होता है कि पितरों का श्राद्ध कब है। या जिस दिन उन्हें मुखाग्नि दी जाती है। उसी दिन श्राद्ध मनाया जाता है। लेकिन फिर भी अगर आपको इसके बारे में नहीं पता है। तो इसके लिए सर्व पितृ अमावस्या पर उनका श्राद्ध किया जा सकता है।
क्या है श्राद्ध का महत्व
पितरों का तर्पण न होने से उन्हें मुक्ति नहीं मिलती इसलिए उनकी मुक्ति के लिए तर्पण करना जरूरी होता है। पितृ पक्ष में श्राद्ध और तर्पण का कार्य पितरों की शांति के लिए किया जाता है। तर्पण कर पितरों का आशीर्वाद लेने से जीवन में आने परेशानियों से दूर हो जाती हैंं।
आखिर क्यों लगता है पितृ दोष -(Pitra Dosh reason)
1 – अगर परिवार में बुजुर्गो की विदाई के बाद उनका विधि विधान से अंतिम संस्कार न किया जाए तो इस स्थिति में पितृ दोष लगता है।
2 – किसी की अकाल मृत्यु हो जाए तो इस स्थिति में भी लोगों को कई पीढ़ियों तक पितृ दोष का सामना करना पड़ता है। ज्योतिषाचार्यों की मानें तो पितृ दोष को अच्छा नहीं माना जाता। उनके जीवन में वह दुर्भाग्य लेकर आता है।
3 – अगर व्यक्ति अपने माता-पिता का अनादर करता है। मृत्यु के बाद भी परिजनों का पिंडदान, तर्पण और श्राद्ध आदि नहीं करता है तो इस स्थिति में पितृ दोष लगता है।
4 – क्या आप जानते हैं कि नीम, पीपल, बरगद के पेड़ काटने पर भी आपको पितृ दोष का सामना करना पड़ सकता है। वो इसलिए क्योंकि इन वृक्षों में पितरों का वास माना जाता है।
पितृ दोष को दूर करने के उपाय – (Pitra dosh upay)
- अगर आपको लगता है कि पितृ दोष है इस स्थिति में पितरों के नाम से तर्पण और श्राद्ध करना चाहिए। साथ ही ब्राहृणों को दान देना चाहिए।
- रोजाना दोपहर में पीपल के वृक्ष की पूजा, गंगाजल में काले तिल, दूध, अक्षत और फूल डालकर चढ़ाएं।
- पितृ पक्ष में प्रतिदिन घर में शाम के समय दक्षिण दिशा में तेल का दीपक लगाएं।
- ऐसा रोजाना भी कर सकते हैंण् इससे पितृ दोष खत्म हो जाता है।
- किसी गरीब, असहाय व्यक्ति को या गरीब कन्या को विवाह में मदद करने से पितर खुश होते हैं। ऐसा करने से पितृ दोष शांत होने लगता है।
- आप जब भी घर में पितरों की तस्वीर लगाएं उसके लिए हमेशा दक्षिण दिशा में ही लगाएं। प्रतिदिन अपनी गलती के लिए क्षमा प्रार्थना करें।
नोट — इस लेख में दी गई सूचनाएं सामान्य जानकारियों पर आधारित है। बंसल न्यूज इसकी पुष्टि नहीं करता। किसी भी जानकारी को अमल में लाने के पहले विषय विशेषज्ञ की सलाह ले लें।