नई दिल्ली। Pink Polling Booth दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) चुनाव में रविवार को ‘पिंक बूथ’ और आदर्श मतदान केंद्रों पर बच्चों के देखभाल की सुविधाओं, सेल्फी प्वाइंट, लाउंज और कैंडीज से मतदाताओं का स्वागत किया गया। दिल्ली के 250 वार्ड के लिए मतदान सुबह आठ बजे शुरू हुआ जो शाम साढ़े पांच बजे तक चलेगा। मतों की गिनती सात दिसंबर को होगी।
68 पिंक बूथ किए स्थापित
दिल्ली राज्य निर्वाचन आयोग (एसईसी) ने 68 ‘पिंक बूथ’ और इतने ही आदर्श मतदान केंद्र स्थापित किए हैं। उत्तर पूर्व दिल्ली के खजूरी खास में सिर्फ महिला कर्मचारियों के प्रबंधन वाले गुब्बारों से सजे ‘पिंक बूथ’ पर आईं मतदाता मोमिना राशिद ने कहा, ‘‘यह सुखद लग रहा है। मतदान आसान हो गया है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमें अपने अधिकारों का प्रयोग करने की आवश्यकता है। हमारे सामने सड़कों और जल निकासी की दयनीय स्थिति जैसे मुद्दे हैं। हम चाहते हैं कि हमारे क्षेत्र को साफ किया जाए।’’ ‘पिंक बूथ’ परिसर के अंदर और बाहर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी रखी गयी है और पुलिस तथा अर्द्धसैनिक बलों के जवान बिना किसी परेशानी के मतदान सुनिश्चित कर रहे हैं। ‘सेल्फी प्वाइंट’ ने भी मतदाताओं को आकर्षित किया, जिनमें से कई वोट डालने के बाद तस्वीरें लेते देखे गए।
सिर्फ महिलाओं के लिए किए स्थापित
एसईसी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘सिर्फ महिला कर्मचारियों द्वारा प्रबंधित ‘पिंक बूथ’ पर नवजात बच्चों वाली माताओं के लिए दुग्धपान कक्ष, मतदाताओं के साथ आने वाले छोटे बच्चों के लिए क्रेच सुविधा, झूले और सेल्फी कियोस्क शामिल हैं।’’ खजूरी खास ‘पिंक बूथ’ के अधिकारी मनोज कुमार ने कहा कि सुविधाएं और साफ-सफाई लोगों को मतदान के लिहाज से आगे आने के लिए प्रोत्साहित करती है। उन्होंने कहा, ‘‘दिव्यांग लोगों के लिए रैंप (विशेष रास्ता) हैं, जिसके जरिए उन्हें वोट डालने के स्थान तक पहुंचाया जाता है।’’ मॉडल मतदान केंद्रों में प्रतीक्षालय, लाउंज और सेल्फी कियोस्क हैं, जबकि मतदाताओं को कैंडी वितरित की जा रही हैं।
पहली बार किया मतदान
एसईसी अधिकारी ने कहा कि नागरिक सुरक्षा स्वयंसेवक दिव्यांग लोगों और वरिष्ठ नागरिकों की मदद कर रहे हैं। डीडीयू मार्ग पिंक बूथ पर वकील एकता धमा ने निर्वाचन आयोग की पहल की प्रशंसा की। उन्होंने कहा, ‘‘साफ-सुथरा परिसर और मदद करते मतदान अधिकारियों को देखकर वास्तव में अच्छा लग रहा है। वे विशेष रूप से पहली बार मतदान करने वाले मतदाताओं के बीच जागरूकता भी पैदा कर रहे हैं।’