Phone Addiction: आज के दौर में स्मार्टफोन का इस्तेमाल बेहद आम हो चुका है। खासकर कोरोना के आ जाने के बाद यह डिवाइस घर के बच्चे-बच्चे तक पहुंच चुका है। इसका बुरा असर छात्र के परफॉर्मेंस पर तो हुआ ही है लेकिन अब हाल ही में की गई स्टडी से पता चला है कि स्मार्टफोन की वजह से शादी-शुदा जिंदगी में भी दरारे बढ़ने लगी है।
स्मार्ट फोन कंपनी वीवो ने एक स्टडी में पाया कि स्मार्टफोन के अत्यधिक इस्तेमाल की वजह से भारत में विवाहित जोड़ों के संबंधों को नुकसान पहुंच रहा है। साइबर मीडिया के स्टडी में 2022 में 67 प्रतिशत लोगों ने यह स्वीकार किया कि फोन उनका पारिवारिक समय ले रहा है।
खास बात यह है कि अध्ययन में स्मार्टफोन उपयोगकर्ताओं ने यह माना कि आमने-सामने की बातचीत ज्यादा राहत देने वाली होती है, लेकिन इसके लिए वे कम वक्त देते हैं। वहीं अध्ययन में शामिल लोगों में से 84 प्रतिशत ने कहा कि वे अपने जीवनसाथी के साथ और वक्त गुजारना चाहते हैं। लोग समस्या को स्वीकार कर रहे हैं और इसे बदलने के लिए भी तैयार हैं। 88 प्रतिशत लोगों ने यह माना कि स्मार्टफोन के अधिक इस्तेमाल का असर है।
90 प्रतिशत लोगों ने कहा कि वे अपने जीवनसाथी के साथ अर्थपूर्ण बातचीत करके ज्यादा वक्त बिताना चाहते हैं। अध्ययन के मुताबिक, स्मार्टफोन उपयोगकर्ता प्रतिदिन औसतन 4.7 घंटे इस उपकरण को देखते हुए बिताते हैं और यह अवधि पति और पत्नी दोनों के लिए एक समान है।मोबाइल फोन में ज्यादा उलझे रहने की शिकायत 73 प्रतिशत ने कहा कि उनके जीवनसाथी की यह शिकायत रहती है कि वे उनके साथ अधिक समय बिताने के बजाय फोन में ज्यादा उलझे रहते हैं।
बता दें कि मोबाइल पर यह अध्ययन दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई, हैदराबाद, बेंगलुरु, अहमदाबाद तथा पुणे में 1,000 लोगों पर किया गया। वीवो इंडिया के प्रमुख (ब्रांड रणनीति) योगेंद्र श्रीरामुला ने कहा, आज के जीवन में स्मार्टफोन का महत्व निस्संदेह है लेकिन, इसके अत्यधिक इस्तेमाल से सावधान रहना चाहिए।