बंसल न्यूज.भोपाल/इंदौर। पीएफआई PFI (पॉपुलर फ्रंट ऑफ) पर हुई कार्रवाई और 5 साल के बैन के बाद अब केस से जुड़ी एक खबर सामने आई है। इंदौर में पुलिस ने जवाहर रोड की बिल्डिंग संचालित हो रहे पीएफआई के दफ्तर को सील कर दिया है। पुलिस कमिश्नर हरिनारायण चारी मिश्र के निर्देश पर यह कार्रवाई की गई। दफ्तर के बाहर तैनात पुलिस जवानों की तैनाती की गई है। जानकारी के मुताबिक NIA की टीम ने दफ्तर से दस्तावेज बरामद किए थे। अब इंदौर में PFI के सदस्यों की जानकारी पुलिस जुटा रही है। मामले में पुलिस कमिश्नर का कहा है कि पीएफआई से जुड़े सभी सदस्यों पर कार्रवाई की जाएगी।
इधर डाटा रिकवरी में बड़ा खुलासा
भोपाल में पीएफआई से संबंधित डिलीट किए डाटा की रिकवरी में बड़ा खुलासा हुआ है। रिकवर हुए डाटा में घरेलू महिलाओ और कॉलेज छात्राओं का पीएफआई से कनेक्शन होने की जानकारी मिली है। व्हाट्सएप ग्रुप में महिलाओं और कॉलेज छात्राओं के मेंबर होने की जानकारी मिल रही है। आरोपियों से जब्त मोबाइल फोन, लैपटॉप, इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस का डाटा किया रिकवर किए जाने पर यह खुलासा हुआ है। इन डिवाइसों में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल किया जा रहा था। फिल्हाल PFI के 4 लीडर्स 30 सितंबर तक की रिमांड पर हैं। एमपी एटीएस चारों आरोपियों से पूछताछ कर रही है।
ट्वीटर पर भी बैन
जानकारी मिल रही है कि पीएफआई के ट्विटर अकाउंट पर भी बैन लगा दिया गया है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इस संबंध में शिकायत की थी, जिसके बाद ट्विटर इंडिया ने यह कार्रवाई की है। वहीं जानकारी मिल रही है कि अब लगातार हो रहीं कार्रवाइयों को विरोध में पीएफआई सुप्रीम कोर्ट जाने की तैयारी कर रहा है। यहां बता दें की केंद्र सरकार ने 28 सितंबर को पीएफआई पर 5 साल के लिए प्रतिबंध लगा दिया है। यह प्रतिबंध NIA, ED और राज्यों की पुलिस द्वारा लगातार की गई छापामार कार्रवाई के बाद लगाया गया है। प्रतिबंध लगाए जाने बाद से इस मामले में राजनीतिक बयानबाजी भी जारी है।