नई दिल्ली। सोमवार को शुरू हुआ संसद का मॉनसून सत्र (monsoon session of parliament) हंगामें भरा रहा। लोकसभा और राज्यसभा में विपक्ष ने अलग-अलग मुद्दों को लेकर जमकर हंगामा किया। इस कारण से दोनों सदन को कुछ देर के लिए स्थगित भी कर दिया गया। विपक्ष ने महंगाई और किसान आंदोलन को लेकर सरकार को कटघरे में खड़ा किया। वहीं सरकार ने इस बीच सदन में पेट्रोल, डीजल और सीएनजी के जरिए होने वाली कमाई के बारे में देश को बताया।
टैक्स से सरकार को पांच साल में दोगुना मुनाफा
सरकार ने संसद में पेट्रोल, डीजल और सीएनजी पर लगने वाले उत्पाद शुल्क से होने वाली कमाई पर कहा कि वर्ष 2013-14 में जहां 53,090 करोड़ थीं, वहीं अप्रैल 2020-2021 में ये कमाई बढ़कर 2,95,201 करोड़ रूपये हो गई है। वहीं कुल रेवेन्यू पर सरकार ने कहा कि वर्ष 2013-14 में जहां 12,35,807 करोड़ था, जो अब बढ़कर 2020-21 में 24,23,020 करोड़ हो गया है। यानी इस आंकड़े से साफ है कि पिछले पांच सालों में टैक्स से सरकार को दोगुना मुनाफा हुआ है।
पेट्रोल, डीजल की कमाई में बेतहाशा बढ़ोतरी हो रही है
गौरतलब है कि देश में इस वक्त पेट्रोल, डीजल और रसाई गैस के दामों में बेतहाशा बढ़ोतरी हो रही है। जनता परेशान है। देश के कई शहरों में पेट्रोल और डीजल ने शतक लगाया है। वहीं मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल की बात करें तो यहां 19 जुलाई को पेट्रोल की कीमत- 110 रूपये 14 पैसे प्रति लीटर पहुंच गया है। वहीं डीजल की कीमत- 98 रूपये 61 पैसे प्रति लीटर है।